गुरुवार, 14 अक्तूबर 2010

कार्टून:- तेली का तेल जले, मशालची की....


23 टिप्‍पणियां:

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  2. मैं मैच देख रहा था। कांस्य पदक के लिए इंगलैंड-न्यूजीलैंड के जबरदस्त मैच के बाद भारत का प्रदर्शन देखना निराशाजनक था। फाइनल की मर्यादा बरकरार नहीं रही। स्टेडियम में मौजूद प्रधानमंत्री भी बेहद निराश हुए होंगे।

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  3. भविष्य के लिए शुभकामनायें काजल भाई !

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  4. जो अच्छा खेलेगा वह जीतेगा । दुख काहे का ?

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  5. सरदार जी जरा इसे प्यारे से मारो तकि इस की समझ मे हिसब किताब आ जाये

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  6. हारना तो चलो झेल ले पर इस बुरी तरह से हारना, कहा जितने की बात हो रही थी और ये ८-० से हार गये |

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  7. इतने सुंदर कार्टून और बढ़िया व्यंग्य के लिए बधाई और शुभ कामनाएं. आभार.
    सादर डोरोथी.

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  8. ८-० तो कुछ ज्यादा ही हो गया...:)

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  9. यूं हारना कोई नई बात तो नहीं है !

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  10. मारक क्षमता से लैस बढ़िया कार्टून

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  11. दमदार कार्टून........

    एक दमदार हेडिंग के साथ..

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  12. अब समझ में आया , क्रिकेट का इतना दबदबा क्यों है ।

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  13. हम तो उम्मीद ही नहीं लगाते, इस लिये निराशा होती ही नहीं...

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  14. क्या बात कर रहे हैं । भारत भी तो नं २ पर है और क्रिकेट ने तो बदला ले लिया न । वैसे कारटून तो नं १ है ।

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