रविवार, 5 सितंबर 2010

कार्टून:- मैं चाहे जो करूं, मेरी मर्ज़ी...


23 टिप्‍पणियां:

  1. कब नहीं थी ।
    वैसे आज सुबह से तो ऊपर वाले की ही मर्ज़ी चल रही है --बारिस ।

    जवाब देंहटाएं
  2. बारिश सब धो देती है
    कहती है
    धो कर खा
    चाहे हो धोखा
    चाहे स्‍पॉट फिक्सिंग
    वैसे अभी हिन्‍दी ब्‍लॉग जगत
    फिक्सिंग से बचा हुआ है।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत अच्छा ....

    बहुत करारा व्यंग्य...........

    जवाब देंहटाएं
  4. वाह अविनाश जी कैसा रहेगा जब सब चैनल बजाएँगे , सबसे पहले हमारे चैनल ने ये खबर दिखाई की ये पोस्ट फिक्स थी ।

    जवाब देंहटाएं
  5. काजल जी
    क्रिकेट अब वाकई भद्र जनों का खेल नहीं रहा...... फिक्सिंग पर यह कार्टून बहुत खूब.....!

    जवाब देंहटाएं
  6. जरा धूप निकलने दिजिये, सब गंध हट जायेगी पहले की तरह ही.:)

    रामराम.

    जवाब देंहटाएं
  7. काजल कुमार जी,
    धन्यवाद आपके भेजे गए कार्टून के लिए

    जवाब देंहटाएं
  8. बढ़िया कार्टून ....वैसे यह सब न जाने कब से चल रहा है ..

    जवाब देंहटाएं
  9. भारत के पूर्व राष्ट्रपति
    डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म-दिन
    शिक्षकदिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

    जवाब देंहटाएं
  10. पता नहीं..मूड कैसा है..समझ ही नहीं आया भाई..सुबह फिर देखता हूँ.

    जवाब देंहटाएं
  11. ज़बरदस्त व्यंग्य किया है आपने!
    शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!

    जवाब देंहटाएं
  12. हा हा हा हा हा...बेहतरीन काजल भाई...
    नीरज

    जवाब देंहटाएं
  13. बढ़िया कार्टून .....

    करारा व्यंग्य !!!

    जवाब देंहटाएं
  14. सही है करो मर्जी। बहुत दिनों बाद आने के लिये क्षमा चाहती हूँ मगर मेरी मर्जी--- हा हा हा।

    जवाब देंहटाएं

LinkWithin

Blog Widget by LinkWithin