बुधवार, 16 जून 2010

कार्टून:- दुनिया के खेल निराले मेरे भैया..


17 टिप्‍पणियां:

  1. तो कार्टूनों के जरिये अक्लमंदी की बात भी की जा सकती है ..यह तो मैंने सोचा भी न था ! :)

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  2. यही सब करने के लिए तो नेता बने थे

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  3. उफ़ ये मुस्कराहट ...कितने की बोली लगाते हैं काजल भाई ?

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  4. In logon ko gareeb kisanon ki haay zaroor lagegi..Itna gussa aata hai..

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  5. और फिर महाराष्ट्र में मंत्री जी के बेटे की दारू की फैक्ट्री में उससे महंगी शराब बनेगी !

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  6. देखो गुरू, पापा कसम आप खुराफातियों को नए नए आइडिया मत दिया करो यार. वैसे ही देश को बेच खाया है.

    :) :)

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  7. भावपूर्ण कार्टून।

    (आईये एक आध्यात्मिक लेख पढें .... मैं कौन हूं।)

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