बुधवार, 2 जून 2010

कार्टून:- अब कुछ नहीं हो सकता...


20 टिप्‍पणियां:

  1. क्रोध पर नियंत्रण स्वभाविक व्यवहार से ही संभव है जो साधना से कम नहीं है।

    आइये क्रोध को शांत करने का उपाय अपनायें !

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  2. हा हा हा तो दे देना सर कुर्सी ...आप भी तो सरकार को टरेन की तरह ही चला रहे हो और दोनों का ही एक्सीडेंट भी होता रहता है । आचार्य जी ने टिप्पणी का मूल भाव पकड लिया लगता है , और बडा ही जोर का पकडा है ।

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  3. एक ही हल है कि ऎसी नौबत आने से पहले ही स्वेच्छा से राहूल बाबा को कुर्सी सौंप दी जाए ताकि कल को कुर्सी छिनने का अपमान और दुख तो न झेलना पडे :-)

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  4. कुरसी तो देनी ही होगी, ममता है ये

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  5. हा-हा, जो मैं राहुल भैया के सिवाए किसी को नहीं दूंगा !

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  6. वाकई इन दोनों महारथियों का कुछ नहीं हो सकता ?

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  7. अच्छा कार्टून बहुत सामयिक ... मनमोहन जी वैसे भी कुछ नही करते तो देने से क्या फ़र्क पड़ता है

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  8. नहीं नहीं होमको कोलकाता का कुर्सी में दिलचोस्पी हाय।

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  9. तारीफ के लिए हर शब्द छोटा है - बेमिशाल प्रस्तुति - आभार.

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  10. Aise cartoon hans ke tale nahi jaa sakte!
    Yah behad gahra,aur dahlanewala vyang hai!Soch ke dar lagta hai..

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  11. हा हा हा ,,,,,,,,,,,,,

    ज़बरदस्त !

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  13. क्या उसके बाद भी कैबिनेट की बैठक में हिस्सा लेगी :)

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  15. Ha ha ha ha Good one sir ..........ek baar soni ji kahengi to manmohan ji kursi de hi denge .......are are soni ji nahi sonia gandhi ji (..........)

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  16. बहुत सुंदर जी, ओर ममता बढायेगी गोरव इस कुर्सी का...

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