CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
वाह! बहुत ख़ूब
हा हा हा..
aur kuchh aur bhi banao .nice presentation .
अब आगे -आगे देखिये होता है क्या....
bahut khoob :)
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज बुधवार (31-07-2013) के कीचड़ तो तैयार, मगर क्या कमल खिलेंगे-- चर्चा मंच 1323 में मयंक का कोना पर भी है!सादर...!डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
वाह बहुत बढिया ।
Khoob :)
हा हा हा अभी तो देश के बच्चो का और ज्ञान बढ़ेगा अब पता चलेगा की देश के किस किस हिस्से में कितने राज्यों की मांग है , बच्चो के सामान्य ज्ञान की किताबो में दो चार पन्ना और बढेगा |
अब ये तो होना ही है :)
सुन्दर प्रस्तुति !!
बोहनी क्या? अब तो लाईन लगने वाली है.रामराम.
अभी तो और चलेगा यह गाना।
तेल देखो तेल की धार देखो :-)
दोहनी करने वाले से ही ना बोहनी की उम्मीद की जायेगी :)
गाना ढपली पर फ़िदा, सुने नहीं फ़रियाद |पड़े मूल्य करना अदा, धिक् धिक् मत-उन्माद |धिक् धिक् मत-उन्माद, रवैया तानाशाही |चमचे देते दाद, करें दिन रात उगाही | राज्य नए मुख्तार, और भी कई बनाना |और उठे आवाज, बना जो तेलंगाना ||
हमारे आज के राजनीतिक विग्रह को रूपायित करता है यह चित्र व्यंग्य जो स्थितियों से सहज स्फूर्त है अनुप्राणित है।
वाह! बहुत ख़ूब
जवाब देंहटाएंहा हा हा..
जवाब देंहटाएंaur kuchh aur bhi banao .nice presentation .
जवाब देंहटाएंअब आगे -आगे देखिये होता है क्या....
जवाब देंहटाएंbahut khoob :)
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज बुधवार (31-07-2013) के कीचड़ तो तैयार, मगर क्या कमल खिलेंगे-- चर्चा मंच 1323 में मयंक का कोना पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
वाह बहुत बढिया ।
जवाब देंहटाएंKhoob :)
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएंअभी तो देश के बच्चो का और ज्ञान बढ़ेगा अब पता चलेगा की देश के किस किस हिस्से में कितने राज्यों की मांग है , बच्चो के सामान्य ज्ञान की किताबो में दो चार पन्ना और बढेगा |
अब ये तो होना ही है :)
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जवाब देंहटाएंबोहनी क्या? अब तो लाईन लगने वाली है.
जवाब देंहटाएंरामराम.
अभी तो और चलेगा यह गाना।
जवाब देंहटाएंतेल देखो तेल की धार देखो :-)
जवाब देंहटाएंदोहनी करने वाले से ही ना बोहनी की उम्मीद की जायेगी :)
जवाब देंहटाएंगाना ढपली पर फ़िदा, सुने नहीं फ़रियाद |
जवाब देंहटाएंपड़े मूल्य करना अदा, धिक् धिक् मत-उन्माद |
धिक् धिक् मत-उन्माद, रवैया तानाशाही |
चमचे देते दाद, करें दिन रात उगाही |
राज्य नए मुख्तार, और भी कई बनाना |
और उठे आवाज, बना जो तेलंगाना ||
हमारे आज के राजनीतिक विग्रह को रूपायित करता है यह चित्र व्यंग्य जो स्थितियों से सहज स्फूर्त है अनुप्राणित है।
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