वाह वाह पत्रकारिता की पहली कड़ी तो हाकर्स हैं। उन्हें भी सम्मानित किया जाए। पेज थ्री की पत्रकारिता करने वालों ने इस देश की बड़ी सेवा की है कम कपड़ों में बड़ी बड़ी हस्तियों से मिलवाया है। उन्हें विशेष सम्मान से नवाज़ा जाए। शुक्रिया काजल जी आपकी टिप्पणियों का।
वाह वाह पत्रकारिता की पहली कड़ी तो हाकर्स हैं। उन्हें भी सम्मानित किया जाए। पेज थ्री की पत्रकारिता करने वालों ने इस देश की बड़ी सेवा की है कम कपड़ों में बड़ी बड़ी हस्तियों से मिलवाया है। उन्हें विशेष सम्मान से नवाज़ा जाए। शुक्रिया काजल जी आपकी टिप्पणियों का।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज शनिवार (27-07-2013) को एकालाप.........क़दमों के निशाँ........कलयुगी सत्कार पर "मयंक का कोना" में भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बनता है, वही तो ऊपर नीचे ले जाता है।
जवाब देंहटाएं:):) बढ़िया है ।
जवाब देंहटाएंअंतिम हश्र यही है.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत सही.....
जवाब देंहटाएंबढिया कटाक्ष :)))
जवाब देंहटाएंहा हा हा ! कमाल है , दो ही बचे ! :)
जवाब देंहटाएंअवार्डों की हकीकत ..।
जवाब देंहटाएंकोई भी न छूटे :)
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