इनको तो अपने ऑफिस के बाहर बोर्ड ही लगा देना चाहिये|साथ ही अख़बारों में एक स्थाई विज्ञापन देते रहना चाहिये कि -"मांगने पर इस्तीफा नहीं देंगे, हाँ सोनिया जी आदेश देगी तो दे देंगे !!"
बहुत सुन्दर प्रस्तुति! आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि- आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल बृहस्पतिवार (06-09-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी! सूचनार्थ...! अध्यापकदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
ये ठीक काम किया...;)
जवाब देंहटाएंमैं कहते नहीं दूँगा !
जवाब देंहटाएंकहके
हटाएंइनको तो अपने ऑफिस के बाहर बोर्ड ही लगा देना चाहिये|साथ ही अख़बारों में एक स्थाई विज्ञापन देते रहना चाहिये कि -"मांगने पर इस्तीफा नहीं देंगे, हाँ सोनिया जी आदेश देगी तो दे देंगे !!"
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा ..
जवाब देंहटाएंआप ने रोज़-रोज़ के डेवलपमेंट पर नज़र रखी हुई है।
मैडम की मर्जी के बिना इस्तीफ़ा देने का सवाल ही नहीं उठता :)
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया ....-:)
जवाब देंहटाएंso so
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंकोई कितनी बार कहे, एक ही बात..
जवाब देंहटाएंकोयला ले लो.....इस्तीफा नहीं.....
जवाब देंहटाएंDimag ne to kaam karna band kar rakha hai! Kya kahun....? Ek ke baad ek...kitne ghotale....yaad karen ya bhoolne kee koshish karen!
जवाब देंहटाएं...इतने घोटालों का एक मतलब तो है कि भारत एक विकसित देश हो चुका है. बस इसकी सही आय ही रिपोर्ट नहीं हो रही थी अब तक /:-)
हटाएंबढिया हैं ..भारत तरक्की पे हैं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल बृहस्पतिवार (06-09-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ...!
अध्यापकदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
इस्तीफा कैसे दे देंगे भाई
जवाब देंहटाएंहमें मम्मी से मार नहीं खानी है!
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जवाब देंहटाएंइटेलियन सैलून में, कटा सिंह नाखून ।
हटाएंभारी भोलापन पड़ा, लगा देश को चून ।
लगा देश को चून, नून जख्मों पर छिड़का ।
करते गंडा-गोल, तभी जी डी पी लुढका ।
है दैनिक विज्ञप्ति, आज भी सहें इंडियन ।
किया पुन: ब्रेक-फास्ट , पीजा मिला इटेलियन ।।
उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।।
जवाब देंहटाएंकभी सुनते थे ..
जवाब देंहटाएंमैं यह झाँसी नहीं दूँगी.
अब....
मैं यह इस्तीफा नहीं दूँगा.
घुघूतीबासूती