मंगलवार, 29 नवंबर 2011

कार्टून:- थैंक गाड, डोर के पैसे बचे


25 टिप्‍पणियां:

  1. कितने ऊपर तक जायेगी ये पतंग??

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  2. आपकी इस कार्टून की चर्चा आज के चर्चा मंच पर भी की गई है!यदि किसी ब्लॉग की कोई पोस्ट चर्चा मे ली गई होती है तो ब्लॉगव्यवस्थापक का यह नैतिक कर्तव्य होता है कि वह उसकी सूचना सम्बन्धित ब्लॉग के स्वामी को दे दें!
    अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।

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  3. हँसी हँसी में गहरी बात .....

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  4. उस पार वाली खुदरा दुकानों वाले लूटने वाले हैं इसे :)

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  5. सही नब्ज़ पकड़ी काजल साहब.

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  6. बिल्कुल वैसे ही जैसे माल्या जी के नाम से किंगफिशर उड़ रही थी अब तक!?

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  7. Bina dor kee patang ko to koyee loot bhee nahee sakta!
    Aapko soojh kaise jaate hain ye wishay.....hairan ho jatee hun!

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  8. बहुत सही ....समय मिले तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है ..

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  9. बढ़िया नाम है :) खूब उड़ेगी .

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  10. Arvind Mishra जी व kshama जी
    यह बिना डोर की पतंग किसी के काबू में है ही कहां बस ये तो ऊपर ही ऊपर उठती चली जाने वाली पतंग है :)

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  11. बिना डोर के ही chal रहा है sab कुछ ।
    डोर है भी तो ---

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  12. यह तो कटी पतंग है, किसी के हाथ आने वाली नहीं :)

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  13. काजल भाई बहुत सुन्दर ....आप के ये कार्टून रचना और लेख से भी ज्यादा कह के प्रभावी बन जाते हैं -बधाई
    आइये जोर लगाए रहें कुछ हवा चले और ये पतंग नीचे की तरफ लहराए ..........
    भ्रमर ५
    भ्रमर का दर्द और दर्पण अभिनन्दन करता है आप का

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  14. ऊपर ही ऊपर जायेगी ये बिना डोर वाली:)

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  15. ऊपर ही ऊपर जायेगी ये बिना डोर वाली:)

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  16. महंगाई बिना पंख वाला परिंदा है जो अफवाह की तरह बढ़ता है विस्तार पाता है .बहुत अच्छा व्यंग्य .राहोल बाबा भी तो ऐसे ही उड़ रहें हैं पूतना प्रदेश में .

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  17. महंगाई बेलगाम हो चुकी है। बहुत सुंदर।

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