रविवार, 22 मई 2011

कार्टून:- बेचारे अमीरों के ग़रीब बंगले...


25 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छा व्यंग्य...

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  2. 'लाला' नहीं 'राजा' कहिये
    बंगले को 'लिफाफा' कहिये
    फिर तो मजमून पढा जायेगा 'लिफाफा'
    देखकर ही
    'राजा' का क्या होगा यह पंडितजी से
    पूछ लीजियेगा काजल भाई..

    मेरी नई पोस्ट आपका इंतजार कर रही है.

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  3. पांडे जी ने अपने पान का चूना लाला जी के मकान के डिजाइन में लगा दिया!

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  4. काजल भाई!
    आज के कार्टून ने दिल जीत लिया।

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  5. बहुत खूब...
    पंडित जी दा जवाब नहीं....

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  6. छिन्न-भिन्न घर, पेबन्द लगे जीन्स.... यही तो अलामत है रईसी की :)

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  7. ये भाई शुभ अशुभ लाभ हानि टोने टोटको का संसार है यहाँ ऐसे ही पंदुओं की चांदीं है .वास्तु और भाग्य फल ही बिक रहा है इस दौर में जो जितना रईस उतना ही अन्धविश्वाशी .रख दौलत को संभाल के रख .

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  8. ये भाई शुभ अशुभ लाभ हानि टोने टोटको का संसार है यहाँ ऐसे ही पंदुओं की चांदीं है .वास्तु और भाग्य फल ही बिक रहा है इस दौर में जो जितना रईस उतना ही अन्धविश्वाशी .रख दौलत को संभाल के रख .

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  9. बहुत सुन्दर व्यंग| धन्यवाद|

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  10. बहुते घनघोर नक्शा बना दिए पंडि जी , अब तो बंटाधार तय ही है समझिए

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  11. पंडित जी ...थोडा और कुछ जोड़ देते :) अच्छा व्यंग

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  12. scientifically...........correct...balanced....hava -pani ka pura intajaam........kahi se bhi panditaji galat nahi ....bechare...Ameer....

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  13. वाह..क्या खूब ...कटाक्ष किया है...

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