ये बड़े तिलस्मी किस्म के लोग बाग़ है और वोटर कहलाने वाली कौम को काबू में रखने के खातिर तमाम किस्म की तिलस्म आजमाते है / बांकी आपकी इस रचना से आज ये तो साबित हो गया की ये जनाब अपने किले में क्यों कैद रहते है , बाहर क्यों नहीं निकलते !
क्यों की जनाब उड्डनशील और निशा-चर जिव जो है ! बेहतर हाँस्य के लिए मुबारकबाद !
nice
जवाब देंहटाएंजय हो...
जवाब देंहटाएंयही काम बचा है!
जवाब देंहटाएंvaah...
जवाब देंहटाएंकार्टून :- चलो फिर मुंबई की सफाई का टैम हो गया.
जवाब देंहटाएंइसके नीचे खाली जगह है....लगता है पक्की सफ़ाई होगई?:)
रामराम.
बढिया है।
जवाब देंहटाएंकाजल जी !
जवाब देंहटाएंये बड़े तिलस्मी किस्म के लोग बाग़ है और वोटर कहलाने वाली कौम को काबू में रखने के खातिर तमाम किस्म की तिलस्म आजमाते है / बांकी आपकी इस रचना से आज ये तो साबित हो गया की ये जनाब अपने किले में क्यों कैद रहते है , बाहर क्यों नहीं निकलते !
क्यों की जनाब उड्डनशील और निशा-चर जिव जो है !
बेहतर हाँस्य के लिए मुबारकबाद !
कार्टूनिस्ट का कार्टून! वाह!
जवाब देंहटाएंआकाश पर विचरती प्रेत सेना , भला शहरों को मरघट होनें में कितना वक़्त लगेगा ?
जवाब देंहटाएंकाजल जी !
जवाब देंहटाएंज़रा गौर फरमाए की क्या ये आपके मतलब का पता है और यदि हो तो शुक्रिया देना ना भूलिए गा क्यों की शुक्रिया कबूलना मेरा इकलौता सगल है !
http://worldcartoonists.blogspot.com
जोरदार पंच है कार्टून में. लाजवाब.
जवाब देंहटाएंye aadmi jamaandaar hi jyada theek lagta hai.. sahi cartoon.. sateek hai..
जवाब देंहटाएंचुडैलें तो देखी थीं, पर!
जवाब देंहटाएंबरोबर है |
जवाब देंहटाएंBahut sahi!
जवाब देंहटाएं:)
fantastic :)
जवाब देंहटाएं....वाह-वाह...बहुत सुन्दर!!!
जवाब देंहटाएंकुछ पाप कभी साफ़ नहीं होते।
जवाब देंहटाएंकब तक चलेगी यह नौटंकी.?? बढ़िया चित्रण
जवाब देंहटाएंचलो इन्ही की सफाई कर देते हैं
जवाब देंहटाएंमजा आ गया हा हा हा .........