मंगलवार, 23 नवंबर 2010

कार्टून:- और भी ग़म हैं ज़माने में 5 के नोट के सिवा...


14 टिप्‍पणियां:

  1. nice....................................nice..................................................................nice.................................................................................................................................

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  2. कहीं यह बुद्धिजीवी तो नहीं...! हा..हा..हा...

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  3. ha ha ha .कोई ब्लोगर भी हो सकता है :)

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  4. टेंशन किस बात की बट्टे पर दोनों चल जायेंगे

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  5. नहीं चलकर भी चल ही रहे हैं दोनों ,एम वर्मा ने कहा ना :)

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  6. चल भी जाए तो क्या ख़ास फर्क पड़ेगा , पाँच रूपए का नोट तो खैर कुछ काम भी आएगा ...

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  7. टेंशन मत लीजिये, आप इसे जेब पे सी (जेपीसी ) दे , समस्या का हल निकल आयेगा !
    नोट: यह टिपण्णी बदले में टिपण्णी पाने की गरज / उम्मीद से नहीं की गई है

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  8. जे अगर पी सी का वादा कर ले तो संसद पक्की चल जायेगी.:). प्रणाम.

    रामराम.

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