शनिवार, 15 अगस्त 2009

कार्टून:- मामू, आज़ादी माने तो !

16 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत खूब काजल जी। सही निशाना।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com
    shyamalsuman@gmail.com

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  2. एक बीज,
    ऊपर आने के लिए,
    कुछ नीचे गया ,
    ज़मीन के .


    कस के पकड़ ली मिटटी ,
    ताकि मिट्टी छोड़ उड़ सके .

    ६३ बरसा हुए आज उसे ….

    …मिट्टी से कट के कौन उड़ा ,
    देर तक ?

    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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  3. Lajwab !!

    स्‍वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं.

    स्वतंत्रता रूपी हमारी क्रान्ति करवटें लेती हुयी लोकचेतना की उत्ताल तरंगों से आप्लावित है।....देखें "शब्द-शिखर" पर !!

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  4. सही है जी। धर्म का क्या अचार ड़लना है!

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  5. बेधर्म होकर
    नाम
    धमेन्‍द्र रखने
    की आजादी।

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  6. सटीक और गहरा कार्टून। वैसे कुछ लोग इसका नाजायज फायदा भी उठाते है।

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  7. बहुत जबरदस्त.

    स्वतंत्रता दिवस की घणी रामराम.

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  8. आज ६२ वर्ष बाद भी भारतवर्ष प्रलोभनो के बल पर हुए धर्म-परिवर्तनों की मार झेल रहा है. सटीक चित्रण.

    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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  9. यथार्थ की कड्वी सच्चाई!बहुत खूब!

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  10. क्या बात है काजल भाई. एक दम से धो निचोड़, फटकार कर सुखा दिया अपने.
    सोनिया माई को पसंद आयेगा ये कार्टून.

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