रविवार, 19 जून 2011

कार्टून :- छोटी सी आशा...


22 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया!
    फादर्स-डे की बहुत बहुत शुभकामनाएँ!

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  2. काजल भाई बहुत ही सार्थक मुद्दा उठाया है .हमारे महानगरों में बाल श्रमिक भी जो अपना घर छोड़ इधर भागें हैं ,जन गणना के हाशिये से बाहर है .सटीक पैनी दृष्टि के लिए बधाई .

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  3. मेरे अस्तित्व पर भी मुहर लगवा दो।

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  4. बहुत सटीक .
    ये मुद्दा भी उपेक्षित मुद्दों में से एक है.

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  5. कुछ गड़बड़ है । हमें कार्टून दिख नहीं रहा ।

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  6. साहब कहेंगे इससे तो भीख ही दे देते हैं।

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  7. ये बेचारे जन मे गिने ही कब जाते हैं जो गणना हो।

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  8. सरकार के अनुसार उसने इस बार सड़क पर रह रहे लोगो की भी जनगणना कराई है इसके लिए बाकायदा रात में सड़को पर जा जा कर लोगो को गिना गया था किन्तु इसका फायदा क्या होगा संख्या के हिसाब से सरकार योजनाये बनाएगी और ज्यादा पैसा भेजेगी जो जायेगा कहा ये सभी को पता है |

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  9. बहुत ही दारूण, करुणामयी, टीस-भरा कार्टून.

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  10. आपने एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है।

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  11. काम हो जाएगा | पैसे लगेंगे |

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