मंगलवार, 14 जून 2011

कार्टून :- छुपकर रेल चलाने का मज़ा भी कुछ और ही है :)



23 टिप्‍पणियां:

  1. बस आई एस आई से मिल लो,
    किसी और की जरुरत नहीं रहेगी।

    जवाब देंहटाएं
  2. इन दोनों से पाकिस्तान में बड़ा है ही कौन ???

    जवाब देंहटाएं
  3. माना के नाकारा है ,दिखाऊ है लेकिन औपचारिकता ,डिप्लोमेसी भी तो कोई चीज़ है .क्या बात है पडोसी को आइना दिखाना ठीक नहीं .

    जवाब देंहटाएं
  4. बेहद चुटीला बधाई काजल जी

    जवाब देंहटाएं
  5. सही है जी...पर ये जो सब है अमेरिका का ही बनाया हुआ है

    प्‍यारे और मस्‍ती भरे हिन्‍दी एसएमएस

    जवाब देंहटाएं
  6. सारा काम तो निपटा आये अब किसी से क्यों मिलें.

    जवाब देंहटाएं
  7. सही है... वैसे आई एस आई से भी फोकट में मिले... सेना से मिल लेते. आई एस आई भी तो उन्ही का डिपार्टमेंट है..

    जवाब देंहटाएं
  8. सटीक व्यंग ..इन दोनों से मिलने के बाद बचा ही क्या ?

    जवाब देंहटाएं
  9. हाहा गज़ब के कार्टून...अच्छा व्यंग...

    जवाब देंहटाएं
  10. बाद वाले दोनो से मिलना जरूरी है जिससे टी.ए. बिल पास होने में कोई झंझट न हो! :)

    जवाब देंहटाएं
  11. खाने वाले जरूरी हैं तो दिखाने वाले भी।

    जवाब देंहटाएं
  12. आजकल के तनाव भरे माहौल में मुस्कुराहटें बिखेरना बहुत सराहनीय है, और तिसपर कुछ सार्थक विचार भी हो, तो सोने पे सुहागा :) बहुत बढ़िया कटाक्ष.

    जवाब देंहटाएं
  13. सही बात है, समय क्यों व्यर्थ किया जाये।

    जवाब देंहटाएं

LinkWithin

Blog Widget by LinkWithin