रविवार, 24 जून 2012

कार्टून:-कितना बदल गया इन्सान


25 टिप्‍पणियां:

  1. ....अगली बार हम सेंधमारी की खबर का इंतज़ार करते हैं !

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  2. ओहो तो कार्टूनिस्ट का दिमाग अब चाचा चौधरी का भी चाचा बन गया है !:)

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  3. इससे बढ़िया तरीका क्या हो सकता है घोटालों से बचने का ??

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  4. इससे अच्छा और क्या होगा .. बहाने के लिए शार्ट सर्किट है ही

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  5. जी हाँ अब नयी तरकीव ढूँढने की जरूरत है.

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  6. आप लोग तो नया रास्ता ढूंढ ही लेंगें ....

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  7. जरूरी है जी एकदम्मे जरूरी है तभिए न ओम फ़ट्ट स्वाहा होगा सब कुछ

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  8. सही कहा आपने, आपसे सहमत :)

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  9. सच में इनके लिये घोटालों से बचने का सबसे आसान तरीका यही होगा..
    :-).

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  10. सही कहा . कोई सस्ता विकल्प होना चाहिए . :)

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  11. हो जरूरी न सही, पर आग लगनी चाहिये...
    न्यूज़ पिघलनी चाहिये..

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  12. आग लगाने से बेहतर है इस काम के लिये बाबाओं की सेवाएं ली जाती, जो चुटकी बजाते ही सारे कष्ट दूर कर देते हैं.:)

    रामराम.

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  13. आज दिल्ली मंत्रालय मेँ आग लगी है :):) सब घोटाले ऐसे ही घोटाले मेँ पड़ने वाले हैं :):)

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  14. अगली बार आग लगाने का काम ऑउट्सोर्स किया जायेगा पाकिस्तान को।

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  15. वैकल्पिक उपाय सोचने के लिए एक समिति का गठन करवा दिया जाए.

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  16. बहुत सही

    कल 27/06/2012 को आपकी इस पोस्‍ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.

    आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!


    ''आज कुछ बातें कर लें''

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  17. सही है, परिवर्तन प्रकृति का नियम है।

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