काजल भाई !इस कार्टून को देख मन पीड़ा से भर गया .कितना भदेस है यह चेहरा ,देखने में ऐसा लगे जैसे बिना सुइयों वाली घड़ी .और वो रुकी हुई घड़ी इनकी सरगना .क्या गत कर दी है इन लोगों ने
हिन्दुस्तान की ,आम आदमी की ,.सचमुच चित्र व्यंग्य गहरे छीलता है .और ऊपर से तुर्रा यह -कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ .और हकीकत में यह उसकी ............पे लात मारते हैं .
आपका आक्रोश यहाँ किसी तथा कथित नेता पर न दिखकर शुद्ध रूप से आम नागरिक और कहूँ तो एक गरीब आदमी पर दिखा जो की मेरे व्यक्तिगत विचार से पूर्णतः गैर वाजिब लगा .यदि मैं कार्टून बनाता तो उस आदमी की जगह मैं खुद को डालता या फिर किसी भ्रष्ट नेता को जिसे कुछ भी कहने की मेरी औकात होती या फिर मृत्यु का भी भय नहीं होता . मैं आपके इस कार्टून को आम आदमी का अपमान मानूंगा . अभी कोई भी व्यक्ति आम आदमी से बड़ा नहीं है जो की सरकार को अपने लिए चुनता है . आप विचार करके देखें मेरी दृष्टि से आपने गरीब का अपमान किया है जो किसी भी हालत में सराहा नहीं जा सकता . बाकि तो आप स्वयं समझदार हैं .
आपका आक्रोश यहाँ किसी तथा कथित नेता पर न दिखकर शुद्ध रूप से आम नागरिक और कहूँ तो एक गरीब आदमी पर दिखा जो की मेरे व्यक्तिगत विचार से पूर्णतः गैर वाजिब लगा .यदि मैं कार्टून बनाता तो उस आदमी की जगह मैं खुद को डालता या फिर किसी भ्रष्ट नेता को जिसे कुछ भी कहने की मेरी औकात होती या फिर मृत्यु का भी भय नहीं होता . मैं आपके इस कार्टून को आम आदमी का अपमान मानूंगा . अभी कोई भी व्यक्ति आम आदमी से बड़ा नहीं है जो की सरकार को अपने लिए चुनता है . आप विचार करके देखें मेरी दृष्टि से आपने गरीब का अपमान किया है जो किसी भी हालत में सराहा नहीं जा सकता . बाकि तो आप स्वयं समझदार हैं .
:))))
जवाब देंहटाएंओहो! ऐसा गिफ्ट!यही होना बाकि रहा गया है.
जवाब देंहटाएंआपको भी दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ!
क्या गिफ्ट है पर इसे शिफ्ट होनेमें देर नहीं लगती :-)
जवाब देंहटाएं(:(:(
हटाएंpranam.
काजल भाई !इस कार्टून को देख मन पीड़ा से भर गया .कितना भदेस है यह चेहरा ,देखने में ऐसा लगे जैसे बिना सुइयों वाली घड़ी .और वो रुकी हुई घड़ी इनकी सरगना .क्या गत कर दी है इन लोगों ने
जवाब देंहटाएंहिन्दुस्तान की ,आम आदमी की ,.सचमुच चित्र व्यंग्य गहरे छीलता है .और ऊपर से तुर्रा यह -कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ .और हकीकत में यह उसकी ............पे लात मारते हैं .
We cannot expect anything better than this from congress.
जवाब देंहटाएं:)मंगलमय हो दीपों का त्यौहार... आपको व आपके समस्त परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें......
जवाब देंहटाएंforce behind the kicking leg is not visible.
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति ... दीपावली पर्व के शुभ अवसर पर आपको और आपके परिजनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ....
जवाब देंहटाएंआपका आक्रोश यहाँ किसी तथा कथित नेता पर न दिखकर शुद्ध रूप से आम नागरिक और कहूँ तो एक गरीब आदमी पर दिखा जो की मेरे व्यक्तिगत विचार से पूर्णतः गैर वाजिब लगा .यदि मैं कार्टून बनाता तो उस आदमी की जगह मैं खुद को डालता या फिर किसी भ्रष्ट नेता को जिसे कुछ भी कहने की मेरी औकात होती या फिर मृत्यु का भी भय नहीं होता . मैं आपके इस कार्टून को आम आदमी का अपमान मानूंगा . अभी कोई भी व्यक्ति आम आदमी से बड़ा नहीं है जो की सरकार को अपने लिए चुनता है . आप विचार करके देखें मेरी दृष्टि से आपने गरीब का अपमान किया है जो किसी भी हालत में सराहा नहीं जा सकता . बाकि तो आप स्वयं समझदार हैं .
जवाब देंहटाएंआपका आक्रोश यहाँ किसी तथा कथित नेता पर न दिखकर शुद्ध रूप से आम नागरिक और कहूँ तो एक गरीब आदमी पर दिखा जो की मेरे व्यक्तिगत विचार से पूर्णतः गैर वाजिब लगा .यदि मैं कार्टून बनाता तो उस आदमी की जगह मैं खुद को डालता या फिर किसी भ्रष्ट नेता को जिसे कुछ भी कहने की मेरी औकात होती या फिर मृत्यु का भी भय नहीं होता . मैं आपके इस कार्टून को आम आदमी का अपमान मानूंगा . अभी कोई भी व्यक्ति आम आदमी से बड़ा नहीं है जो की सरकार को अपने लिए चुनता है . आप विचार करके देखें मेरी दृष्टि से आपने गरीब का अपमान किया है जो किसी भी हालत में सराहा नहीं जा सकता . बाकि तो आप स्वयं समझदार हैं .
जवाब देंहटाएंसही में इससे बेहतर मुबारकबाद क्या देगा मन्नू
जवाब देंहटाएं:-)
जवाब देंहटाएंरौशनी और खुशियों के पर्व "दीपावली" की ढेरों मुबारकबाद!
kapde to bahut pahle utaar chuki congress..ab to chamari utaar rahi hai :)
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