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जय हो।
जब इनका ये हाल है आम लोगों का क्या होगा? बहुत खूब
यह पुलिस है या फुलिस।
बन्दूक कौन सी चलती होगी ! :)
भई,ये तो हद हो गई....:-)
भैया अपन की यूपी का आजकल यही हाल है ... पुलिस को अपनी इज्जत बचानी मुश्किल हो रही है :)
जनता को ही दे दो भैया सब जनता का है!
धुत बक्चोद!
कोई तो बचाए...
अब इन्हें कौन बचाए? :)
भावपूरित अनुप्राणित अनुभावों से अनुभूति की सघनता लिए अप्रतिम रचना .मेरे ब्लॉग पे आपकी टिप्पणी हमारे लिए बेशकीमती हैं .शुक्रिया .इस लंगड़े लूले तंत्रलोक में पुलिस की बे -चारगी देखते ही बनती है अक्सर सहानुभूति होती है इन लोगों के साथ जो सुविधाओं के मामले में हाशिये पर ही हैं समाज के .
किस इलाके की घटना है... :)
हे रामजी..... अब क्या बाकी है.....
IT HAPPENS SOMETIMES WHEN EVER THEY LIKE
बन्दुक रहने पर भी पुलिस छुप जाती :)
बाबा आदम के ज़माने की, चलती भी है क्या , इसे कौन लूटेगा ।
police ki bebashi
ताऊ राज में पुलिस का यही होगा.:)रामराम.
जय हो।
जवाब देंहटाएंजब इनका ये हाल है आम लोगों का क्या होगा? बहुत खूब
जवाब देंहटाएंयह पुलिस है या फुलिस।
जवाब देंहटाएंबन्दूक कौन सी चलती होगी ! :)
जवाब देंहटाएंभई,ये तो हद हो गई....:-)
जवाब देंहटाएंभैया अपन की यूपी का आजकल यही हाल है ... पुलिस को अपनी इज्जत बचानी मुश्किल हो रही है :)
जवाब देंहटाएंजनता को ही दे दो भैया सब जनता का है!
जवाब देंहटाएंधुत बक्चोद!
जवाब देंहटाएंकोई तो बचाए...
जवाब देंहटाएंअब इन्हें कौन बचाए? :)
जवाब देंहटाएंभावपूरित अनुप्राणित अनुभावों से अनुभूति की सघनता लिए अप्रतिम रचना .मेरे ब्लॉग पे आपकी टिप्पणी हमारे लिए बेशकीमती हैं .शुक्रिया .
जवाब देंहटाएंइस लंगड़े लूले तंत्रलोक में पुलिस की बे -चारगी देखते ही बनती है अक्सर सहानुभूति होती है इन लोगों के साथ जो सुविधाओं के मामले में हाशिये पर ही हैं
समाज के .
किस इलाके की घटना है... :)
जवाब देंहटाएंहे रामजी..... अब क्या बाकी है.....
जवाब देंहटाएंIT HAPPENS SOMETIMES WHEN EVER THEY LIKE
जवाब देंहटाएंबन्दुक रहने पर भी पुलिस छुप जाती :)
जवाब देंहटाएंबाबा आदम के ज़माने की, चलती भी है क्या , इसे कौन लूटेगा ।
जवाब देंहटाएंpolice ki bebashi
जवाब देंहटाएंताऊ राज में पुलिस का यही होगा.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.