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badhia hai ...
उम्मीद करो कि रेल पटरी पर ही रहे क्योंकि पटरी उखाडने वाले बहुत है।
सवारियाँ कहाँ हैं ?
गंतव्य की ओर एकला चलो रे... :)
"माया" को क्यों छोड़ दिया?ओह, अब पता चला, इसे अंतर्मन से देखना होगा. माया तो सन्यासिन के चोले में है! :)
रेल चली, देख सभी का दिल धड़का..धक धक धक धक..!
ठीक ही है । चलती का नाम गाड़ी !
रवि जी ने क्या खूब पकड़ा!
जोगन है तो भ्रमण लगा ही रहता है:)
किसने बना दी प्रदेशों की सीमायें।
सन्यासी एकदेशीय नहीं होते!
बढ़िया :)
इस तर्ज़ की राजनीति में विकल्प कम ही होते हैं ( शायद एक से दूसरा होता ही नहीं )
Yahan se wahan ...wanah se ....jane kahan ...:)
चलती का नाम ही तो गाड़ी है
paad yatra kajal bhai..????
डिरेल होने का खतरा अधिक है.
आपने रेलगाड़ी के लिए मार्ग निर्देश दे दिए हैं. अयोध्या पहुँचना निश्चित है. बढ़िया है.
creativity...laaaaaaaaajaaaaaavaaaaaaaaaab
badhia hai ...
जवाब देंहटाएंउम्मीद करो कि रेल पटरी पर ही रहे क्योंकि पटरी उखाडने वाले बहुत है।
जवाब देंहटाएंसवारियाँ कहाँ हैं ?
जवाब देंहटाएंगंतव्य की ओर एकला चलो रे... :)
जवाब देंहटाएं"माया" को क्यों छोड़ दिया?
जवाब देंहटाएंओह, अब पता चला, इसे अंतर्मन से देखना होगा. माया तो सन्यासिन के चोले में है! :)
रेल चली, देख सभी का दिल धड़का..
जवाब देंहटाएंधक धक धक धक..!
ठीक ही है । चलती का नाम गाड़ी !
जवाब देंहटाएंरवि जी ने क्या खूब पकड़ा!
जवाब देंहटाएंजोगन है तो भ्रमण लगा ही रहता है:)
जवाब देंहटाएंकिसने बना दी प्रदेशों की सीमायें।
जवाब देंहटाएंसन्यासी एकदेशीय नहीं होते!
जवाब देंहटाएंबढ़िया :)
जवाब देंहटाएंइस तर्ज़ की राजनीति में विकल्प कम ही होते हैं ( शायद एक से दूसरा होता ही नहीं )
जवाब देंहटाएंYahan se wahan ...wanah se ....jane kahan ...:)
जवाब देंहटाएंचलती का नाम ही तो गाड़ी है
जवाब देंहटाएंpaad yatra kajal bhai..????
जवाब देंहटाएंडिरेल होने का खतरा अधिक है.
जवाब देंहटाएंआपने रेलगाड़ी के लिए मार्ग निर्देश दे दिए हैं. अयोध्या पहुँचना निश्चित है. बढ़िया है.
जवाब देंहटाएंcreativity...laaaaaaaaajaaaaaavaaaaaaaaaab
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