बुधवार, 18 जनवरी 2012

कार्टून:- रूश्-दी पर क्यों कोलावरी डी ... !!!


27 टिप्‍पणियां:

  1. अलग अलग मापदंड अलग अलग व्यक्तियों के लिए और अलग अलग लोकतंत्र.

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  2. बड़ी मुश्किल है सल्मान रुश्दी न होने से, आयाम से बाहर गई पब्लिसिटी शर्मा रही है.

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  3. हाँ तो...मजबूरी है बेचारे की.क्या करे.:):)

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  4. कोई विवाद ना जुड़े..फिर नाम कैसा...

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  5. सलमान है तो बिजनेस है ,बिजनेस है तो प्रकाशक है ,प्रकाशक है तो ही लेखक है ना :)

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  6. नाम से ही तो रश बढ़ता है- चाहे वो सलमान हो या रुश्दी:)

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  7. ये नाम तो रखने में भी खतरा है । बेचारा खामख्वाह पिट जायेगा ।

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  8. नोवेल तेरा अच्छा है, प 'तू' रुश्दी नहीं है,
    बातें जो विवादित न हो छपती ही नहीं है,
    आये न समझ, भाये है,'कोलावरी' फिर भी,
    आजाये समझ हमको तो क्या बात बड़ी है !

    http://aatm-manthan.com

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  9. यह शैतान इससे भी बुरे का हक़दार है!

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  10. सही है बोस ...सबका ये ही तो रोना हैं

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  11. हा हा हा बहुत सही सभी लेखकों के दिल का हाल ब्यान करदीय आपने :-)

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  12. सलमान चाहे लेखक हो या फिर हीरो, दोनों जगह बिकता है। यह क्‍या मामला है?

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  13. नाम में दम हो, भले ही, दाम में कम हो!

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  14. Good satire .Rushdi is more conspicuous by his video presence at jaipur lit fest.Congratulations for this piece .

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