CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
वाह जी!:)
ये भी कैसी बेरुखी ?
रुकिए न महाराजा जी,अभी मैडम से पूछ कर आता हूँ.
वाह बेहतरीन !!!!
अस्वस्थता के कारण करीब 20 दिनों से ब्लॉगजगत से दूर थाआप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ,
@ संजय भास्कर जीपुन: स्वागत है आपका :)
ha ha ha ये भी खूब रही
हा-हा-हारोचक, मज़ेदार!!
वाह, आपके आईडियाज लाजवाब होते हैं, कहां पकडा है.:)रामराम.
कोई भला कैसे उड़े।
Ha,ha,ha!
कई दफा विभाग के प्रमुखों की नीतियां ही घातक सिद्ध हो जाती हैं..
पंखहीन?
मेडम से पूछे भला कैसे उड़ जाए?
वाह.:))))
हम तो शीर्षक से ही काम चला रहे हैं .
प्रोफाइल पर ध्यानाकर्षण हेतु धन्यवाद.अब तक ध्यान ही नहीं गया था.
बहुत बढिया,खूब रही
वाह...वाह...वाह...
ही ही ही.
:-)
शुक्रिया ज़नाब .कृपया यहाँ भी कृतार्थ करें लेखनी से अपनी -http://sb.samwaad.com/2011/07/blog-post_16.htmlgOOD SATIRE AS USUAL KAJAL KUMAR JI .
बहुत खूब काजल भाई ये मारा है बिजूके को निचोड़ के कौड़ा.बधाई .बहुत समय से ढूंढ रहे थे आपको .कहाँ नदारद थे ज़नाब .
फ़्लैइंग सरदार :)
वाह जी!:)
जवाब देंहटाएंये भी कैसी बेरुखी ?
जवाब देंहटाएंरुकिए न महाराजा जी,
जवाब देंहटाएंअभी मैडम से पूछ कर आता हूँ.
वाह बेहतरीन !!!!
जवाब देंहटाएंअस्वस्थता के कारण करीब 20 दिनों से ब्लॉगजगत से दूर था
जवाब देंहटाएंआप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ,
@ संजय भास्कर जी
जवाब देंहटाएंपुन: स्वागत है आपका :)
ha ha ha
जवाब देंहटाएंये भी खूब रही
हा-हा-हा
जवाब देंहटाएंरोचक, मज़ेदार!!
वाह, आपके आईडियाज लाजवाब होते हैं, कहां पकडा है.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
कोई भला कैसे उड़े।
जवाब देंहटाएंHa,ha,ha!
जवाब देंहटाएंकई दफा विभाग के प्रमुखों की नीतियां ही घातक सिद्ध हो जाती हैं..
जवाब देंहटाएंपंखहीन?
जवाब देंहटाएंमेडम से पूछे भला कैसे उड़ जाए?
जवाब देंहटाएंवाह.:))))
जवाब देंहटाएंहम तो शीर्षक से ही काम चला रहे हैं .
जवाब देंहटाएंप्रोफाइल पर ध्यानाकर्षण हेतु धन्यवाद.अब तक ध्यान ही नहीं गया था.
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया,खूब रही
जवाब देंहटाएंवाह...वाह...वाह...
जवाब देंहटाएंही ही ही.
जवाब देंहटाएं:-)
जवाब देंहटाएंशुक्रिया ज़नाब .कृपया यहाँ भी कृतार्थ करें लेखनी से अपनी -http://sb.samwaad.com/2011/07/blog-post_16.html
जवाब देंहटाएंgOOD SATIRE AS USUAL KAJAL KUMAR JI .
बहुत खूब काजल भाई ये मारा है बिजूके को निचोड़ के कौड़ा.बधाई .बहुत समय से ढूंढ रहे थे आपको .कहाँ नदारद थे ज़नाब .
जवाब देंहटाएंफ़्लैइंग सरदार :)
जवाब देंहटाएं