आपकी पोस्ट अच्छी लगी। ‘चूहे का आंदोलन‘ नाम से एक कथा हमने भी लिखी है और ब्लॉगर्स मीट वीकली में आपका इंतज़ार कर रही है। आप उसे पढ़ेंगे तो आपको एक अलग ही मज़ा आएगा, यह हमारा वादा है। हमारी कामना है कि आप हिंदी की सेवा यूं ही करते रहें। सोमवार को ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सादर आमंत्रित हैं। बेहतर है कि ब्लॉगर्स मीट ब्लॉग पर आयोजित हुआ करे ताकि सारी दुनिया के कोने कोने से ब्लॉगर्स एक मंच पर जमा हो सकें और विश्व को सही दिशा देने के अपने विचार आपस में साझा कर सकें। इसमें बिना किसी भेदभाव के हरेक आय और हरेक आयु के ब्लॉगर्स सम्मानपूर्वक शामिल हो सकते हैं। ब्लॉग पर आयोजित होने वाली मीट में वे ब्लॉगर्स भी आ सकती हैं / आ सकते हैं जो कि किसी वजह से अजनबियों से रू ब रू नहीं होना चाहते।
काजल कुमार जी, लोटपोट के शुरुवाती दौर से मैं आपके बनाए कार्टून देखता-पढ़ता आ रहा हूं। ब्लॉग जगत में भी आपके कार्टून पढ़ता रहा हूं, हां, टिप्पणी पहली बार कर रहा हूं। अब तो आता रहूंगा...।
आप का बनाया कार्टून एक साईट पर बिना आप का नाम और संपर्क सूत्र दिए हुए छपा देखा. कृपया जांच लें . साईट का नाम और लिंक मेल कर दिया है. जिस टिप्पणी में लिंक था वह टिप्पणी मैं ने हटा दी है .
:) :) लोकपाल से भी क्या होने वाला है ..
जवाब देंहटाएंये तो बकरे के शहीद होने की शुरुआत है,
जवाब देंहटाएंपर जब यही बात खांग्रेसी प्रदेश वाली सरकार के साथ आयेगी,
तब बात देखने वाली होगी।
wse bhi bantadhar hi ho raha hai..
जवाब देंहटाएंअभी एक सरकार गयी है, तब तो पूरा देश सरक जायेगा।
जवाब देंहटाएंअन्ना को भी लेंगें मन्ना
जवाब देंहटाएंहाय ओ रब्बा ,हाय ओ रब्बा, हाय ओ रब्बा.
सही बात है :)
जवाब देंहटाएंबेचारों की चिन्ता जायज़ है!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कार्टून है जी!
जवाब देंहटाएं--
आज पूरे 36 घंटे बाद ब्लॉग पर आया हूँ!
धीरे-धीरे सब जगह पहुँच रहा हूँ!
Pata nahee hamaree naiyya kis disha me bah chalee hai?
जवाब देंहटाएंयही तो फिक्र है,
जवाब देंहटाएंलोकपाल हुआ तो क्या होगा?
आपकी पोस्ट अच्छी लगी।
जवाब देंहटाएं‘चूहे का आंदोलन‘ नाम से एक कथा हमने भी लिखी है और ब्लॉगर्स मीट वीकली में आपका इंतज़ार कर रही है। आप उसे पढ़ेंगे तो आपको एक अलग ही मज़ा आएगा, यह हमारा वादा है।
हमारी कामना है कि आप हिंदी की सेवा यूं ही करते रहें। सोमवार को
ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सादर आमंत्रित हैं।
बेहतर है कि ब्लॉगर्स मीट ब्लॉग पर आयोजित हुआ करे ताकि सारी दुनिया के कोने कोने से ब्लॉगर्स एक मंच पर जमा हो सकें और विश्व को सही दिशा देने के अपने विचार आपस में साझा कर सकें। इसमें बिना किसी भेदभाव के हरेक आय और हरेक आयु के ब्लॉगर्स सम्मानपूर्वक शामिल हो सकते हैं। ब्लॉग पर आयोजित होने वाली मीट में वे ब्लॉगर्स भी आ सकती हैं / आ सकते हैं जो कि किसी वजह से अजनबियों से रू ब रू नहीं होना चाहते।
देखते है कांग्रेस शासित प्रदेशों में भी लोकायुक्त कुछ कर पाते है या नहीं !!
जवाब देंहटाएंबड़े मियाँ अभी नहीं अ पा रहे हैं :) ये तो छोटे मियाँ की कारस्तानी है !
जवाब देंहटाएंaisa kah aur karke aap kaahe ko rahanumaon ko daraa rahe hain :-)
जवाब देंहटाएंलोकपाल के नाम से बुखार चढ़ेगा पक्ष और विपक्ष दोनो को! :D
जवाब देंहटाएंशुक्र है , आज खुल गया ।
जवाब देंहटाएंफ़िलहाल तो खतरा अन्ना पर ज्यादा नज़र आ रहा है ।
हूं..तो अब इससे भी निपटने का रास्ता ढूंढ निकाला जायेगा. तू डाल डाल तो हम पात पात.
जवाब देंहटाएंरामराम
यदुरप्पों का बंटा- ढार ही अब देश हित में है ,पूरे एक महा देश को ये सोने की खान समझ लील रहें हैं .तीक्ष्ण व्यंग्य आज की स्थिति पर .
जवाब देंहटाएंकाजल कुमार जी, लोटपोट के शुरुवाती दौर से मैं आपके बनाए कार्टून देखता-पढ़ता आ रहा हूं।
जवाब देंहटाएंब्लॉग जगत में भी आपके कार्टून पढ़ता रहा हूं, हां, टिप्पणी पहली बार कर रहा हूं। अब तो आता रहूंगा...।
@ भाई mahendra verma जी
जवाब देंहटाएंआपके शब्द, मेरे रचनाकर्म को दृढ़ संबल देते हैं. विनम्र हार्दिक आभार. आपका स्वागत है.
VERY VERY NICE....
जवाब देंहटाएंlol
जवाब देंहटाएंexcellent
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जवाब देंहटाएंआप का बनाया कार्टून एक साईट पर बिना आप का नाम और संपर्क सूत्र दिए हुए छपा देखा.
जवाब देंहटाएंकृपया जांच लें .
साईट का नाम और लिंक मेल कर दिया है.
जिस टिप्पणी में लिंक था वह टिप्पणी मैं ने हटा दी है .