गुरुवार, 12 सितंबर 2013

कार्टून :- उपले थापता, तै बेरा पाटता


8 टिप्‍पणियां:

  1. सही काजल बाबु पर शहरी लोग कहाँ से गोबर लायिएगा , गावं आना होगा. और मैं स्वागत करूंगा, हा हा हा. आप जब भी मरते है तो दे धूम के ..

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  2. सुन्दर प्रस्तुति...!
    --
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि का लिंक आज बृहस्पतिवार (12-09-2013) को चर्चा - 1366मे "मयंक का कोना" पर भी है!
    सादर...!
    आप सबको गणेशोत्सव की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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