काजल बनो भैया आंखन का किरकिरी काहे बनत हो काजल कुमार ब्लोगिंग की ......बढ़िया सशक्त ...अपना काम खुद करो समारोह में जा रहे हो तो सीट साथ लेके चलो ..... कृपया यहाँ भी पधारें -http://veerubhai1947.blogspot.com/ सादा भोजन ऊंचा लक्ष्य
स्टोक एक्सचेंज का सट्टा भूल ,ग्लाईकेमिक इंडेक्स की सुध ले ,सेहत सुधार .
यही करते हो शेयर बाज़ार में आके कम दाम पे शेयर खरीदते हो ,दाम चढने पे उन्हें पुन : बेच देते हो .रुझान पढ़ते हो इस सट्टा बाज़ार के .जरा सेहत का भी सोचो .ग्लाईकेमिक इंडेक्स की जानकारी सेहत का उम्र भर का बीमा है .
भले आप जीवन शैली रोग मधुमेह बोले तो सेकेंडरी (एडल्ट आन सेट डायबीटीज ) के साथ जीवन यापन न कर रहें हों ,प्रीडायबेटिक आप हो न हों ये जानकारी आपके काम बहुत आयेगी .स्वास्थ्यकर थाली आप सजा सकतें हैं रोज़ मर्रा की ग्लाईकेमिक इंडेक्स की जानकारी की मार्फ़त .फिर देर कैसी ?और क्यों देर करनी है ?
हारवर्ड स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ के शोध कर्ताओं ने पता लगाया है ,लो ग्लाईकेमिक इंडेक्स खाद्य बहुल खुराक आपकी जीवन शैली रोगों यथा मधुमेह और हृदरोगों से हिफाज़त कर सकती है .बचाए रह सकती है आपको तमाम किस्म के जीवन शैली रोगों से जिनकी नींव गलत सलत खानपान से ही पड़ती है .
bahut khoob kazal bhai...
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे!!!
जवाब देंहटाएंयह सही है ।
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंha,,,ha,,,ha,,,ha
जवाब देंहटाएंbahut badhiya
nice cartoon
aapse kuchh bhi bach nahi paata :)
जवाब देंहटाएं:)
aur han ....
जवाब देंहटाएंkajal ji
aapne blogger ka huliya bahut dhaansu banaya hai :)
:)
हटाएंha ha...awesome..:)
जवाब देंहटाएंहा हा ये खूब रही सामयिक :-)
जवाब देंहटाएंKis par gaaz girayi bhai..
जवाब देंहटाएंBana ke rekha-chitr???...
Hansi-hansi main batlaya hai...
Satya raha jo mitr!!!...:)...
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर लगाई गई है!
सच्चा चित्रण ....
जवाब देंहटाएंएक "SMS" का कमाल::::::::::::: दुनियां लगे बेमिसाल!!(Only One Sms)
आयोजन के प्रायोजक !
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंअब ऐसा ही करना पड़ेगा :)
सम्मान पाने के लिए लालायित ब्लॉगरस के लिए बहुत बढ़िया मार्गदर्शन :)
जवाब देंहटाएंहम तो खटोला भी लेकर जाएंगे...फिर गाएंगे...खटोला यहीं बिछेगा...
जवाब देंहटाएं
जय हिंद...
आईडिया अच्छा है. सभी को अपने लिये इंतज़ाम करना पड़ेगा तभी खलिश मिटेगी.
जवाब देंहटाएं_:)))
जवाब देंहटाएंकाजल बनो भैया आंखन का किरकिरी काहे बनत हो काजल कुमार ब्लोगिंग की ......बढ़िया सशक्त ...अपना काम खुद करो समारोह में जा रहे हो तो सीट साथ लेके चलो .....
जवाब देंहटाएंकृपया यहाँ भी पधारें -http://veerubhai1947.blogspot.com/
सादा भोजन ऊंचा लक्ष्य
स्टोक एक्सचेंज का सट्टा भूल ,ग्लाईकेमिक इंडेक्स की सुध ले ,सेहत सुधार .
यही करते हो शेयर बाज़ार में आके कम दाम पे शेयर खरीदते हो ,दाम चढने पे उन्हें पुन : बेच देते हो .रुझान पढ़ते हो इस सट्टा बाज़ार के .जरा सेहत का भी सोचो .ग्लाईकेमिक इंडेक्स की जानकारी सेहत का उम्र भर का बीमा है .
भले आप जीवन शैली रोग मधुमेह बोले तो सेकेंडरी (एडल्ट आन सेट डायबीटीज ) के साथ जीवन यापन न कर रहें हों ,प्रीडायबेटिक आप हो न हों ये जानकारी आपके काम बहुत आयेगी .स्वास्थ्यकर थाली आप सजा सकतें हैं रोज़ मर्रा की ग्लाईकेमिक इंडेक्स की जानकारी की मार्फ़त .फिर देर कैसी ?और क्यों देर करनी है ?
हारवर्ड स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ के शोध कर्ताओं ने पता लगाया है ,लो ग्लाईकेमिक इंडेक्स खाद्य बहुल खुराक आपकी जीवन शैली रोगों यथा मधुमेह और हृदरोगों से हिफाज़त कर सकती है .बचाए रह सकती है आपको तमाम किस्म के जीवन शैली रोगों से जिनकी नींव गलत सलत खानपान से ही पड़ती है .
हा हा हा हा , बहुत बढ़िया ...
जवाब देंहटाएंबेहतर ...!
जवाब देंहटाएंNice.
जवाब देंहटाएंनख्ले जां को ख़ूं पिलाया उम्र भर
शाख़े हस्ती आज भी जाने क्यूं ज़र्द है
हिंदी ब्लॉगिंग की मुख्यधारा को संवारने के लिए अच्छे सुझाव.
शुक्रिया।
...भई इस बार का फार्मूला आपको कैसे पता चला....चलिए अगले साल के लिए नए लोगों को सहूलियत होगी :)
जवाब देंहटाएंहा हा, मजा आ गया। अगली बार यही करेंगे।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब !
जवाब देंहटाएंकुछ घर पए बैठे लोगों
का भी ध्यान करो
उनको भी कुछ भेज दिया
जाये ऎसा प्लान करो !
स्वयं सेवा
जवाब देंहटाएंतब तो तैयारी अभी से करनी पड़ेगी..
जवाब देंहटाएंमैं तो नहीं गया पर आपने सब नजारा दिखा दिया जय हो.......
जवाब देंहटाएंवाह क्या बात है.
जवाब देंहटाएंपर, इसके लिए बाहर कहीं जाने की भी कौनो जरूरत है क्या? घर पर ही कर लिया जाए...
सदैव की तरह मारक कार्टून. :)
you naughty !!!!Kajal ji.
जवाब देंहटाएंआइडिया अच्छा लगा,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST,परिकल्पना सम्मान समारोह की झलकियाँ,
आयडिया बुरा नहीं.
जवाब देंहटाएंnice sir
जवाब देंहटाएंlakin seat chinnay valay bhi bhut hai
एक वर्ष के क्रमांतर कार्यक्रम करवाए ।
जवाब देंहटाएंएक पदक द्वि पद चौपा एक सज्जन समाए ।।
सर्टिफ़ेकेट किधर गया जी! :)
जवाब देंहटाएं:) दिल्ली अब दूर नहीं!
जवाब देंहटाएंहा हा हा ! आयोजन भी घर पर ही कर लिया जाए . :)
जवाब देंहटाएंha..ha..ha..bahutkhoob...
जवाब देंहटाएंयह देख कर ब्लॉगजगत में आइडियाज़ की बाढ़-सी आने लगी है. देखते हैं कौन-कौन डूबता है :))
जवाब देंहटाएं