रविवार, 12 दिसंबर 2010

कार्टून:- आह! अच्छा है कि मैं बड़ा आदमी न हुआ...


19 टिप्‍पणियां:

  1. देखने, न देखने में कोई अन्तर नहीं पड़ता है।

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  2. ये ताऊ तो जनता से नजरे मिलाने से बचना चाहता है इसकी आड में.:)

    रामराम.

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  3. आदमी का कद पोडियम के कद का अनुक्रमानुपाती होता है।

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  4. अब आकाशवाणी तो होगी ही दूरदर्शन भले न हो !

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  5. मस्त जी... बहुत खुब.फ़िर छुप कर भाषाण क्यो झाड रहे हो जी.:)

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  6. ओह , नेता जी की तो फेस वैल्यू ही ख़त्म हो गई ।

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  7. respected sir , thanks for your comment n blessings to my son deepankar ....well he is in class 5th standard

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  8. काफी देर तक हंसता रहा देखकर..........मज़ा आ गया।

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  9. जी हाँ!
    यह ढाल का काम करेगा!
    --
    उच्चारण का पता बदल गया है!
    इसलिए चिट्टाजगत में दिखाई नहीं देता है!

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  10. लो जी जूते से भी बचे किसी ने काले झंडे दिखाए तो उससे भी बचे पर जनता आई की नहीं इसका भी पता नहीं चलेगा |

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  11. इससे फ़ायदा भी है ! ये कम से कम दो ताबूत के साइज का तो है ही ! बहरहाल रिसेल वैल्यू भी बनी रहेगी !

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  12. मैं तो कहूँगी इसे व्युत्क्रमानुपाती रहने दें फिर औकात पर आ जायेंगे बड़े आदमी

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  13. हा हा हा ...अगली बार से ऑडियो क्लिप भी चल जायेगी.....

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  14. बस समझिए कि भविष्य में य़ही चलन शुरू होने वाला है...

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  15. सच मे ये ताऊ या अपने उस्ताद जी तो नहीं?

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  16. इस सुन्दर कार्टून की चर्चा
    बुधवार के चर्चामंच पर भी लगाई है!

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