वास्तव में आज निर्दोष,इमानदार,सच्चे लोगों को कभी भी अपमानित किया जा सकता है ....चोर उच्चके हर साख पर कब्ज़ा जमा चुके हैं.........लेकिन हमसबको Julian Assange के समर्थन में आगे आना चाहिए......
जब पे-पॉल सहित दूसरे सर्वर बंद किए जा रहे हों,तो गूगल के मुफ्त के प्लेटफार्म पर मौज उड़ा रहे ब्लॉगरों को सावधान हो ही जाना चाहिए। पर आप सुरक्षित हैं काजल भाई,डोमेन नेम जो ले रखा है!
हाथ में बन्दूक, हर कारतूत सबूत ....
जवाब देंहटाएंवास्तव में आज निर्दोष,इमानदार,सच्चे लोगों को कभी भी अपमानित किया जा सकता है ....चोर उच्चके हर साख पर कब्ज़ा जमा चुके हैं.........लेकिन हमसबको Julian Assange के समर्थन में आगे आना चाहिए......
जवाब देंहटाएंआज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ,अच्छी रचना , बधाई ......
जवाब देंहटाएंकार्टून में सवाल और जवाब दोनों हैं!
जवाब देंहटाएंएकदम सटीक.
जवाब देंहटाएंबढ़िया कटाक्ष है :)
जवाब देंहटाएंekdam fit ....
जवाब देंहटाएंबाप रे।
जवाब देंहटाएंक्या सलाह है, इससे पहले कि विकिलीकिया पकड़े, ब्लॉग डिलीट कर दें? :)
जवाब देंहटाएं[आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ,अच्छी रचना , बधाई ......]
इसीलिए ब्लोगर्स ने लिखना कम कर दिया है ?
जवाब देंहटाएंham to darrrrrr... gaye.baap re baaaap ....
जवाब देंहटाएंमैं तो अब नाम भी नही लूंगा.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
लिकियाओ और :)
जवाब देंहटाएं[आपके ब्लॉग पर अक्सर आता हूँ बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ,अच्छी रचना , बधाई ......]
हे राम... जल तु जला तु आई बला को टाल तु
जवाब देंहटाएंबचाओ.......बचाओ.....बचाओ
जवाब देंहटाएं:)
@ अभिषेक ओझा व ज्ञानदत्त पाण्डेय जी,
जवाब देंहटाएं...मुझे तो अभी तक यही लगता था कि हिन्दी ब्लागिंग bots से शायद सुरक्षित है :-)
:-))
जवाब देंहटाएंपहले ही कहा था पहलवान को ऊँगली मत दिखा....
जवाब देंहटाएंअरे यह क्या हुआ ?
जवाब देंहटाएंफांसी !!!
जवाब देंहटाएंइसी की कमी थी काजल भाई !
:)
जवाब देंहटाएंwaah
ठोकना हो तो सबूत क्या ? गवाह क्या ?
जवाब देंहटाएंहे राम अब बलागरों को बचाओ।---
जवाब देंहटाएंजब पे-पॉल सहित दूसरे सर्वर बंद किए जा रहे हों,तो गूगल के मुफ्त के प्लेटफार्म पर मौज उड़ा रहे ब्लॉगरों को सावधान हो ही जाना चाहिए। पर आप सुरक्षित हैं काजल भाई,डोमेन नेम जो ले रखा है!
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