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ये सही है....
फिर तो पतलून भी बोरी की सिलवानी पड़ेंगी
ha ha ha ha
राजीव जी का कहना भी ठीक है :-)
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा ....regards
बस में आया हैऔर पचास रूपयेबचा लिए हैंलेबर के भी।इसे कहते हैंएक पंथ दो काजआजकल ऐसे नेताकर रहे हैं राज।
किसी दिन नोटों को खत्म होना होगा।
हा हा हा बहुत अच्छी सलाह :)
भारी भरकम जबाब !
idea bahut gazab hai waah
मजा आगया...ताऊ को देखती ताई की शक्ल लाजवाब है.:)
सही है......
kariddari me sirf ginate raho ......lage raho ....
अरे वाह!
ये तो ठीक है, लेकिन अगर ये सिक्के भी नकली हुए तब .......?
समीरजी का सवाल वाजिब है।
आजकल तो वैसे ही छुटे पैसों का अकाल चल रहा है,इन भाई साहिब को कहाँ से मिल गये:)
भाई ये भी बात जँच गयी ......... सिक्कों से काम karenge आगे से
वाह वाह ....शानदार.....काजल जी ...आपका सिक्का चल रहा है कार्टून जगत में.
वाह! क्या चोट की है.
ये सही है....
जवाब देंहटाएंफिर तो पतलून भी बोरी की सिलवानी पड़ेंगी
जवाब देंहटाएंha ha ha ha
जवाब देंहटाएंराजीव जी का कहना भी ठीक है :-)
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा ....
जवाब देंहटाएंregards
बस में आया है
जवाब देंहटाएंऔर पचास रूपये
बचा लिए हैं
लेबर के भी।
इसे कहते हैं
एक पंथ दो काज
आजकल ऐसे नेता
कर रहे हैं राज।
किसी दिन नोटों को खत्म होना होगा।
जवाब देंहटाएंहा हा हा बहुत अच्छी सलाह :)
जवाब देंहटाएंभारी भरकम जबाब !
जवाब देंहटाएंidea bahut gazab hai waah
जवाब देंहटाएंमजा आगया...ताऊ को देखती ताई की शक्ल लाजवाब है.:)
जवाब देंहटाएंसही है......
जवाब देंहटाएंkariddari me sirf ginate raho ......lage raho ....
जवाब देंहटाएंअरे वाह!
जवाब देंहटाएंये तो ठीक है, लेकिन अगर ये सिक्के भी नकली हुए तब .......?
जवाब देंहटाएंसमीरजी का सवाल वाजिब है।
जवाब देंहटाएंआजकल तो वैसे ही छुटे पैसों का अकाल चल रहा है,इन भाई साहिब को कहाँ से मिल गये:)
जवाब देंहटाएंभाई ये भी बात जँच गयी ......... सिक्कों से काम karenge आगे से
जवाब देंहटाएंवाह वाह ....शानदार.....काजल जी ...आपका सिक्का चल रहा है कार्टून जगत में.
जवाब देंहटाएंवाह! क्या चोट की है.
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