देव कुमार झा जी ने आज ब्लॉग बुलेटिन की दूसरी वर्षगांठ पर तैयार की एक बर्थड़े स्पेशल बुलेटिन ... तो पढ़ना न भूलें ... और हाँ साथ साथ अपनी शुभकामनायें भी देना मत भूलिएगा ! ब्लॉग बुलेटिन के इस खास संस्करण के अंतर्गत आज की बुलेटिन बातचीत... बक बक... और ब्लॉग बुलेटिन का आना मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
टाले से ये न टालें, ठाढ़े टेढ़े ढीठ | बड़े पुराने यार ये, दिखा सको ना पीठ | दिखा सको ना पीठ, टिकट तो देना होगा | बड़े पुराने चीट, ढूँढता रोज दरोगा | रहे खिलाते रोज, कोयला टू-जी वाले | हम भी देंगे भोज, किन्तु इक टिकट कटा ले ||
देव कुमार झा जी ने आज ब्लॉग बुलेटिन की दूसरी वर्षगांठ पर तैयार की एक बर्थड़े स्पेशल बुलेटिन ... तो पढ़ना न भूलें ... और हाँ साथ साथ अपनी शुभकामनायें भी देना मत भूलिएगा !
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन के इस खास संस्करण के अंतर्गत आज की बुलेटिन बातचीत... बक बक... और ब्लॉग बुलेटिन का आना मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
टाले से ये न टालें, ठाढ़े टेढ़े ढीठ |
जवाब देंहटाएंबड़े पुराने यार ये, दिखा सको ना पीठ |
दिखा सको ना पीठ, टिकट तो देना होगा |
बड़े पुराने चीट, ढूँढता रोज दरोगा |
रहे खिलाते रोज, कोयला टू-जी वाले |
हम भी देंगे भोज, किन्तु इक टिकट कटा ले ||
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।। त्वरित टिप्पणियों का ब्लॉग ॥
जवाब देंहटाएंफ़र्रूखाबादी खेल?:)
जवाब देंहटाएंरामराम.