रविवार, 24 नवंबर 2013

कार्टून :- तेजपाल, आसाराम और एक दुःस्वप्न


8 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार को (24-11-2013) बुझ ना जाए आशाओं की डिभरी ........चर्चामंच के 1440 अंक में "मयंक का कोना" पर भी होगी!
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    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  2. सारे प्रकाश द्वार खुलने की उम्मीद है.

    रामराम.

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  3. चित्र व्यंग्य में कुमार काजल का कोई सानी नहीं।

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  4. मिठाई खिलाते हैं
    रोसगुल्‍ले खाओगे
    या खाओगे इमरती
    जलेबी अच्‍छी लगती है
    या रस भरी मलाई

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  5. सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है
    Funny Pictures

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