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बढिया आइडिया बधाई।किन्तु आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि एक बार फिर नारीवाद का असली और घृणित चेहरा सामने आ गया है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
औरों की पेन्शन से चलेगी पेन्शन।
sahi kaha :)
पता नहीं, पेन्शन का समय आने पर कोई पेन्शन देने वाला होगा भी कि नहीं ...
aisa mat kaho bhai apne bhi paise nps me kat rahe han
सही है ..
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
आईडिया बहुत बढिया दिया है आपने, आजमाने लायक है.:)रामराम.
इतने अच्छे ( बुरे ) टिप्स क्यों देते हैं आप ! :)
:) Sahi Hai...
बहुत सही और सटीक कार्टून बधाई आपके विचार की प्रतीक्षा में आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित होंjyoti-khare.blogspot.in कहाँ खड़ा है आज का मजदूर------?
निजीकरण या फिर बाजार में पैसा लगाने के बाद विकल्प क्या शेष रहेगा? शायद भगवान को भी नहीं पता होगा. फिर जाने कौन कौन सी कम्पनियां निकल आयेगीं जिनके भाव एकदम बढ़ेंगे और फिर नीचे आयेंगे.
भगवान भी मालिक न होगा अगर पेंशन के पैसे को मार्केट में लगाने की अनुमति दे दी गयी.
pension ka paisa to shuru se hi market ka ang hai..
बढिया आइडिया बधाई।
जवाब देंहटाएंकिन्तु आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि एक बार फिर नारीवाद का असली और घृणित चेहरा सामने आ गया है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
औरों की पेन्शन से चलेगी पेन्शन।
जवाब देंहटाएंsahi kaha :)
हटाएंपता नहीं, पेन्शन का समय आने पर कोई पेन्शन देने वाला होगा भी कि नहीं ...
हटाएंaisa mat kaho bhai apne bhi paise nps me kat rahe han
हटाएंसही है ..
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआईडिया बहुत बढिया दिया है आपने, आजमाने लायक है.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
इतने अच्छे ( बुरे ) टिप्स क्यों देते हैं आप ! :)
जवाब देंहटाएं:) Sahi Hai...
जवाब देंहटाएंबहुत सही और सटीक कार्टून
जवाब देंहटाएंबधाई
आपके विचार की प्रतीक्षा में
आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
jyoti-khare.blogspot.in
कहाँ खड़ा है आज का मजदूर------?
निजीकरण या फिर बाजार में पैसा लगाने के बाद विकल्प क्या शेष रहेगा? शायद भगवान को भी नहीं पता होगा. फिर जाने कौन कौन सी कम्पनियां निकल आयेगीं जिनके भाव एकदम बढ़ेंगे और फिर नीचे आयेंगे.
जवाब देंहटाएंभगवान भी मालिक न होगा अगर पेंशन के पैसे को मार्केट में लगाने की अनुमति दे दी गयी.
जवाब देंहटाएंpension ka paisa to shuru se hi market ka ang hai..
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