चीन के मामले के बाद तो अब बिल्कुल ही नहीं रहा. कारगिल के मामले में कह रहे थे कि अपनी जमीन वापस ले ली तो किस बात की जीत. अब वही लोग क्या कह रहे हैं. हद है.
आपने लिखा....हमने पढ़ा और लोग भी पढ़ें; इसलिए कल 29/04/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर आप भी देख लीजिएगा एक नज़र .... धन्यवाद!
कोई किसी के विरुद्ध व्यक्त कर सकता है, यह तो।
जवाब देंहटाएंचीन के मामले के बाद तो अब बिल्कुल ही नहीं रहा. कारगिल के मामले में कह रहे थे कि अपनी जमीन वापस ले ली तो किस बात की जीत. अब वही लोग क्या कह रहे हैं. हद है.
जवाब देंहटाएंये सचाई भी हो सकती है.. भरोसा नहीं!!
जवाब देंहटाएंअंकल और भतीजे की शानदार जुगलबंदी है.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
आंटी से भी तो पूछना पड़ेगा???
जवाब देंहटाएंनमस्कार
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार (29-04-2013) के चर्चा मंच अपनी प्रतिक्रिया के लिए पधारें
सूचनार्थ
आपने लिखा....हमने पढ़ा
जवाब देंहटाएंऔर लोग भी पढ़ें;
इसलिए कल 29/04/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....
धन्यवाद!
आज नहीं तो कल ! :)
जवाब देंहटाएंपैना और धारदार तंज आज की संसदीय कारवाही पर .
जवाब देंहटाएंफिर देर किस बात की :-)
जवाब देंहटाएंwaah aapke kartoon to hamen sadaiv pasand ate hai
जवाब देंहटाएंइसके पहले की विपक्ष का प्रस्ताव पास हो जाये अपना अविश्वास प्रस्ताव रखा देना चाहिए ।
जवाब देंहटाएंकितना होनहार और समझदार बालक है बडा होकर अंकल का नाम जुलूल जुलूल रोशन करेगा
जवाब देंहटाएंसही तो है :P
जवाब देंहटाएंनिःशब्द करती
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