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nice
स्याणा छोरा है :)
अब तो ऐसे ही याद करते हैं हम भी।
अच्छा है ..:-)
सुन्दर!
:) अब यही पहचान है ... लोग कहते हैं न कि जो काम कोई और नहीं कर सकता वो गांधी जी करा देते हैं
श्रद्धा और सम्मान का क्षरण समाज को दिशाहीन कर देता है . अतः यह सदैव सुरक्षित रहना चाहिए .
बस इतना ही तो बाकी है.:)
जय हो नोट वाले बाबाजी की और जय हो उनके बड्डे की ..एक छुट्टी पक्की :)
इस मुद्दे पर एक पोस्ट लिखी थी कभी कि , गांधी जी मरकर भी किस तरह काम आते हैं आज तक , कभी नौकरी पाने में / कभी ठेके हासिल करने में वगैरह वगैरह वगैरह !
मस्त कार्टून है।
आपकी नायाब पोस्ट और लेखनी ने हिंदी अंतर्जाल को समृद्ध किया और हमने उसे सहेज़ कर , अपने बुलेटिन के पन्ने का मान बढाया उद्देश्य सिर्फ़ इतना कि पाठक मित्रों तक ज्यादा से ज्यादा पोस्टों का विस्तार हो सके और एक पोस्ट दूसरी पोस्ट से हाथ मिला सके । । टिप्पणी को क्लिक करके आप सीधे बुलेटिन तक पहुंच सकते हैं और अन्य सभी खूबसूरत पोस्टों के सूत्रों तक भी । बहुत बहुत शुभकामनाएं और आभार । शुक्रिया
बात तो यह भी सही है...
Bahut Badhiya....
सही में राष्ट्र के पिता हैं ये.
ha ha ......... sahi hai Direct Democracy is a Myth
हर बच्चे को आज के दिन हज़ार का नोट मिलना ही चाहिए. राष्ट्रपिता के बड्डे के नाम पर कुछ तो हो. खुशी हो तो पूरी हो. बढ़िया कार्टून.
:)
ye to munna bhai banega
कितनी कम आयु में ही बच्चे गाँधी जी को पहचानने लगते है है कोई मुकाबला उनका |
सही तो है ....नोट वाले बाबा जी :)))
जय हो, टु बी नोटेड..
जय हो बाबा गांधी की.जन्म दिन की शुभकामनाएँ.
Tathaa Not Vaale Baabaa Ka Bhaashan
Tathaa Vot Vaale Baabaa Ka Bhaashan.....
nice
जवाब देंहटाएंस्याणा छोरा है :)
जवाब देंहटाएंअब तो ऐसे ही याद करते हैं हम भी।
जवाब देंहटाएंअच्छा है ..:-)
जवाब देंहटाएंसुन्दर!
जवाब देंहटाएं:) अब यही पहचान है ... लोग कहते हैं न कि जो काम कोई और नहीं कर सकता वो गांधी जी करा देते हैं
जवाब देंहटाएंश्रद्धा और सम्मान का क्षरण समाज को दिशाहीन कर देता है . अतः यह सदैव सुरक्षित रहना चाहिए .
जवाब देंहटाएंबस इतना ही तो बाकी है.:)
जवाब देंहटाएंजय हो नोट वाले बाबाजी की और जय हो उनके बड्डे की ..एक छुट्टी पक्की :)
जवाब देंहटाएंइस मुद्दे पर एक पोस्ट लिखी थी कभी कि , गांधी जी मरकर भी किस तरह काम आते हैं आज तक , कभी नौकरी पाने में / कभी ठेके हासिल करने में वगैरह वगैरह वगैरह !
जवाब देंहटाएंमस्त कार्टून है।
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जवाब देंहटाएंआपकी नायाब पोस्ट और लेखनी ने हिंदी अंतर्जाल को समृद्ध किया और हमने उसे सहेज़ कर , अपने बुलेटिन के पन्ने का मान बढाया उद्देश्य सिर्फ़ इतना कि पाठक मित्रों तक ज्यादा से ज्यादा पोस्टों का विस्तार हो सके और एक पोस्ट दूसरी पोस्ट से हाथ मिला सके । । टिप्पणी को क्लिक करके आप सीधे बुलेटिन तक पहुंच सकते हैं और अन्य सभी खूबसूरत पोस्टों के सूत्रों तक भी । बहुत बहुत शुभकामनाएं और आभार । शुक्रिया
बात तो यह भी सही है...
जवाब देंहटाएंBahut Badhiya....
जवाब देंहटाएंसही में राष्ट्र के पिता हैं ये.
जवाब देंहटाएंha ha ......... sahi hai Direct Democracy is a Myth
जवाब देंहटाएंहर बच्चे को आज के दिन हज़ार का नोट मिलना ही चाहिए. राष्ट्रपिता के बड्डे के नाम पर कुछ तो हो. खुशी हो तो पूरी हो. बढ़िया कार्टून.
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंye to munna bhai banega
जवाब देंहटाएंकितनी कम आयु में ही बच्चे गाँधी जी को पहचानने लगते है है कोई मुकाबला उनका |
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंसही तो है ....नोट वाले बाबा जी :)))
जवाब देंहटाएंजय हो, टु बी नोटेड..
जवाब देंहटाएंजय हो बाबा गांधी की.
जवाब देंहटाएंजन्म दिन की शुभकामनाएँ.
Tathaa Not Vaale Baabaa Ka Bhaashan
जवाब देंहटाएंTathaa Vot Vaale Baabaa Ka Bhaashan.....
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