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....अगली बार हम सेंधमारी की खबर का इंतज़ार करते हैं !
ओहो तो कार्टूनिस्ट का दिमाग अब चाचा चौधरी का भी चाचा बन गया है !:)
इससे बढ़िया तरीका क्या हो सकता है घोटालों से बचने का ??
कभी हम भी तो जल सकते न !
इससे अच्छा और क्या होगा .. बहाने के लिए शार्ट सर्किट है ही
:)
जी हाँ अब नयी तरकीव ढूँढने की जरूरत है.
हम !
आप लोग तो नया रास्ता ढूंढ ही लेंगें ....
जरूरी है जी एकदम्मे जरूरी है तभिए न ओम फ़ट्ट स्वाहा होगा सब कुछ
सही कहा आपने, आपसे सहमत :)
घोटालों से बचने का लाजबाब तरीका,,,,RECENT POST,,,,,काव्यान्जलि ...: आश्वासन,,,,,
सच में इनके लिये घोटालों से बचने का सबसे आसान तरीका यही होगा..:-).
सही कहा . कोई सस्ता विकल्प होना चाहिए . :)
हो जरूरी न सही, पर आग लगनी चाहिये...न्यूज़ पिघलनी चाहिये..
आग लगाने से बेहतर है इस काम के लिये बाबाओं की सेवाएं ली जाती, जो चुटकी बजाते ही सारे कष्ट दूर कर देते हैं.:)रामराम.
आज दिल्ली मंत्रालय मेँ आग लगी है :):) सब घोटाले ऐसे ही घोटाले मेँ पड़ने वाले हैं :):)
आपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है साप्ताहिक महाबुलेटिन ,101 लिंक एक्सप्रेस के लिए , पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक , यही उद्देश्य है हमारा , उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी , टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें
karara..........sadhoo...sadhoo
अगली बार आग लगाने का काम ऑउट्सोर्स किया जायेगा पाकिस्तान को।
sateek.
वैकल्पिक उपाय सोचने के लिए एक समिति का गठन करवा दिया जाए.
बहुत सही कल 27/06/2012 को आपकी इस पोस्ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद! ''आज कुछ बातें कर लें''
बहुत बढ़िया!
सही है, परिवर्तन प्रकृति का नियम है।
....अगली बार हम सेंधमारी की खबर का इंतज़ार करते हैं !
जवाब देंहटाएंओहो तो कार्टूनिस्ट का दिमाग अब चाचा चौधरी का भी चाचा बन गया है !:)
जवाब देंहटाएंइससे बढ़िया तरीका क्या हो सकता है घोटालों से बचने का ??
जवाब देंहटाएंकभी हम भी तो जल सकते न !
जवाब देंहटाएंइससे अच्छा और क्या होगा .. बहाने के लिए शार्ट सर्किट है ही
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंजी हाँ अब नयी तरकीव ढूँढने की जरूरत है.
जवाब देंहटाएंहम !
जवाब देंहटाएंआप लोग तो नया रास्ता ढूंढ ही लेंगें ....
जवाब देंहटाएंजरूरी है जी एकदम्मे जरूरी है तभिए न ओम फ़ट्ट स्वाहा होगा सब कुछ
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने, आपसे सहमत :)
जवाब देंहटाएंघोटालों से बचने का लाजबाब तरीका,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST,,,,,काव्यान्जलि ...: आश्वासन,,,,,
सच में इनके लिये घोटालों से बचने का सबसे आसान तरीका यही होगा..
जवाब देंहटाएं:-).
सही कहा . कोई सस्ता विकल्प होना चाहिए . :)
जवाब देंहटाएंहो जरूरी न सही, पर आग लगनी चाहिये...
जवाब देंहटाएंन्यूज़ पिघलनी चाहिये..
आग लगाने से बेहतर है इस काम के लिये बाबाओं की सेवाएं ली जाती, जो चुटकी बजाते ही सारे कष्ट दूर कर देते हैं.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
आज दिल्ली मंत्रालय मेँ आग लगी है :):) सब घोटाले ऐसे ही घोटाले मेँ पड़ने वाले हैं :):)
जवाब देंहटाएंआपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है साप्ताहिक महाबुलेटिन ,101 लिंक एक्सप्रेस के लिए , पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक , यही उद्देश्य है हमारा , उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी , टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें
जवाब देंहटाएंkarara..........sadhoo...sadhoo
जवाब देंहटाएंअगली बार आग लगाने का काम ऑउट्सोर्स किया जायेगा पाकिस्तान को।
जवाब देंहटाएंsateek.
जवाब देंहटाएंवैकल्पिक उपाय सोचने के लिए एक समिति का गठन करवा दिया जाए.
जवाब देंहटाएंबहुत सही
जवाब देंहटाएंकल 27/06/2012 को आपकी इस पोस्ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.
आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
''आज कुछ बातें कर लें''
बहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंसही है, परिवर्तन प्रकृति का नियम है।
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