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वाह! सही कटाक्ष ....
bas do baras tak...
मगर कितने ?
और फिर भी पिघल गया तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी।
कोल्ड स्टोरेज में तो गल जाएगा।
एक नकली हाथी की कीमत में तो दस हांथी मिल जायेंगे. जब तक काम आयेगा ठीक वर्ना बेंच कर पैसे.
मरा है या जिन्दा ? :)
Kya khoob kahee!
लाजवाब!!
Kaise din aa gaye...
एकदम सटीक व सामयिक कार्टून|अब चुनावों तक तो इसे संभालना महंगा ही पड़ेगा ना !!
हा हा हा.... बहुत सही ....:):)
दोनों में से कौन किसको रखवाने आया है :)
इसे रखो और एक साइकिल दे दो.......:-)बहुत बढ़िया ..अनु
हा हा हा !.समय का फेर है..
hahahahahhaah.......sahi hai ji
वाह! सही कटाक्ष ....
जवाब देंहटाएंbas do baras tak...
जवाब देंहटाएंमगर कितने ?
जवाब देंहटाएंऔर फिर भी पिघल गया तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी।
जवाब देंहटाएंकोल्ड स्टोरेज में तो गल जाएगा।
जवाब देंहटाएंएक नकली हाथी की कीमत में तो दस हांथी मिल जायेंगे. जब तक काम आयेगा ठीक वर्ना बेंच कर पैसे.
जवाब देंहटाएंमरा है या जिन्दा ? :)
जवाब देंहटाएंKya khoob kahee!
जवाब देंहटाएंलाजवाब!!
जवाब देंहटाएंKaise din aa gaye...
जवाब देंहटाएंएकदम सटीक व सामयिक कार्टून|
जवाब देंहटाएंअब चुनावों तक तो इसे संभालना महंगा ही पड़ेगा ना !!
हा हा हा.... बहुत सही ....:):)
जवाब देंहटाएंदोनों में से कौन किसको रखवाने आया है :)
जवाब देंहटाएंइसे रखो और एक साइकिल दे दो.......
जवाब देंहटाएं:-)
बहुत बढ़िया ..
अनु
हा हा हा !.समय का फेर है..
जवाब देंहटाएंhahahahahhaah.......sahi hai ji
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