CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
एक एक लफ्ज सही है. बस खतरा ये है कि दादा यहाँ भी हो सकते हैं... :)
सत्ताईस रुपये बत्तीस रुपये..:(
दिल्ली में आग लगी है
सब इल्जामों से मुक्त हुए !
यह कार्टून नहीं सच्चाई हैं
जीवनशैली को बदलने वाला बजट।
महगाई डायन खाये जात है :-)
बहुत बढ़िया कार्टून है। जो सच दिखा दे वही असली कार्टून है।
चुनाव में हार जाने का कारण भी महंगाई ... ! :)
न जाने आने वाले समय में क्या होने वाला है.....
मेंहगाई ,आग जंगल की आग सी फ़ैल रही है दिल्ली मुंबई कल्कोता सब जगह .चुभता हुआ व्यंग्य .आइन्दा लोग टिंडा दर्शन को जायेंगे -भैया एक झलक दिखला भर दो टिंडे की .
bada duvidhapoorn kar diya....is samay kya right kya left.....manhgaai par kaam achchha hai kaajal bhai...saadhuwad
एक एक लफ्ज सही है. बस खतरा ये है कि दादा यहाँ भी हो सकते हैं... :)
जवाब देंहटाएंसत्ताईस रुपये बत्तीस रुपये..:(
जवाब देंहटाएंदिल्ली में आग लगी है
हटाएंसब इल्जामों से मुक्त हुए !
जवाब देंहटाएंयह कार्टून नहीं सच्चाई हैं
जवाब देंहटाएंजीवनशैली को बदलने वाला बजट।
जवाब देंहटाएंमहगाई डायन खाये जात है :-)
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया कार्टून है। जो सच दिखा दे वही असली कार्टून है।
जवाब देंहटाएंचुनाव में हार जाने का कारण भी महंगाई ... ! :)
जवाब देंहटाएंन जाने आने वाले समय में क्या होने वाला है.....
जवाब देंहटाएंमेंहगाई ,आग जंगल की आग सी फ़ैल रही है दिल्ली मुंबई कल्कोता सब जगह .चुभता हुआ व्यंग्य .आइन्दा लोग टिंडा दर्शन को जायेंगे -भैया एक झलक दिखला भर दो टिंडे की .
जवाब देंहटाएंbada duvidhapoorn kar diya....is samay kya right kya left.....
हटाएंmanhgaai par kaam achchha hai kaajal bhai...
saadhuwad