बहुत अच्छा तरीका है, पेटेन्ट कराना चाहिये. इसीलिये पुलिसवाले हत्या तक की रिपोर्ट दर्ज नहीं करते और कभी करते भी हैं तो अपराध संख्या शून्य पर करते हैं...
वैसे भी गांधीजी पहले ही कह गये हैं कि, ’बुरा मत देखो, बुरा मत सुनू, बुरा मत बोलो।’ कहीं कुछ गड़बड़ नहीं है जी, लोग तो वैसे ही बतंगड़ बनाये रखते हैं। और अब तो सचमुच कहीं अपराध या अपराधी दिखेंगे ही नहीं।
क्या बात है ..अपराध क्यों जब सब साथ साथ हैं..मजेदार कार्टून..बधाई काजल जी
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा तरीका है, पेटेन्ट कराना चाहिये. इसीलिये पुलिसवाले हत्या तक की रिपोर्ट दर्ज नहीं करते और कभी करते भी हैं तो अपराध संख्या शून्य पर करते हैं...
जवाब देंहटाएंबेहद मारक ,धारदार व्यंग !
जवाब देंहटाएंएकदम जोरदार!
जवाब देंहटाएंबस रामराज्य आया ही समझिए:)
Chaliye,aapas me ek duje ko badhayi de denge! Jo Ramayan ,Mahabharat kaal me na hua,wo ab ho gaya!
जवाब देंहटाएंत्वरित हल!
जवाब देंहटाएंइस उपाय से दोनों ही खुश दिख रहे हैं!
जवाब देंहटाएंऔर जो पीछे खड़ा है वो क्या है ... अरे वह तुम्हें भी नहीं बख्शने वाला
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंNeta aur police, ye dono apraadh nahi karte, khaas karke jab saath saath hon tab.
जवाब देंहटाएंbadhiya hai !
एकदम धारदार
जवाब देंहटाएंसटीक !!
जवाब देंहटाएंसन्नाट!!
जवाब देंहटाएंजोरदार -वैसे पट्टी खुल भी गयी होती तो आगे क्या दीखता -महानुभाव तो पीछे खड़े हैं न !
जवाब देंहटाएंवैसे भी गांधीजी पहले ही कह गये हैं कि, ’बुरा मत देखो, बुरा मत सुनू, बुरा मत बोलो।’ कहीं कुछ गड़बड़ नहीं है जी, लोग तो वैसे ही बतंगड़ बनाये रखते हैं। और अब तो सचमुच कहीं अपराध या अपराधी दिखेंगे ही नहीं।
जवाब देंहटाएंनेता के बगल से छूरी कहाँ गई? :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंएकदम धारदार............
जवाब देंहटाएंांरे वाह मजेदार और सही । बधाई
जवाब देंहटाएंsahi baat hai....CAP LAGA KAr peeche dikhta hai kya...
जवाब देंहटाएंमुझे भी नहीं दिख रहे भाई जी !
जवाब देंहटाएंaapka deemag hai ki kya hai !!
जवाब देंहटाएंha ha ha ..
bahut badhiyaa..
यह धृतराष्ट्र - क़ानून (सन्दर्भ भोपाल गैस त्रासदी) की पत्नी गांधारी है.
जवाब देंहटाएंदोनों बड़े धार्मिक प्रवृति के लोग है अपराध का तो सवाल ही नहीं उठता
जवाब देंहटाएंअपराध बोध ही खत्म ...
जवाब देंहटाएंबढ़िया है !
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