शुक्रवार, 10 जुलाई 2009

कार्टून्स :- एक वामपंथी के अंतर्द्वंद की पीड़ा जानी है कभी !

16 टिप्‍पणियां:

  1. खूबसूरत प्रस्तुति काजल जी।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com
    shyamalsuman@gmail.com

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  2. वामपंथ से अच्‍छा
    सदा से ही है
    और सदा ही रहेगा
    दामपंथ।

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  3. bahut badhiya kajal ji.

    aaj kal jab bade log niyam ka palan nahi karate to aam janata kya kare..

    bahut sundar..badhayi...

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  4. कामरेड, क्यों न अमेरिका से साइन बोर्ड बनवा कर मंगवाएं, कृपया बाएं चलें...

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  5. दामपंथ के संबंध में

    गर हो जिज्ञासा तो

    संपर्क करें माया से

    वैसे मुझसे भी
    कर सकते हैं

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  6. बिल्कुल सही फरमाया है ...कोई बाम्पंथी नही होना चाहता यहाँ ...प्राब्लम इस ओन्ली दिस

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