शुक्रवार, 3 जुलाई 2009

कार्टून :- इस कार्टून का Rail Budget से कुछ लेना-देना नहीं.

Rail Day

For regular smiles keep in touch with
this blog through feed
http://feeds2.feedburner.com/kajalkumarcartoon

16 टिप्‍पणियां:

  1. इस रेल का भी एक रेलाधिकार है, अगर वो सड़क पर चलना चाहे तो सड़क पर चलने देना चाहिए, कोई बंधन नहीं है, कानून हर बालिग़ रेल को रेल्गत स्वतंत्रता का अधिकार देता है.

    जवाब देंहटाएं
  2. फाटक कभी तो खुलता ही होगा --

    जवाब देंहटाएं
  3. ...........और फिर घर घर सवारी उतारती ! कभी कभी सवारियां बैठाने को लेकर भिड जाते अलग अलग ट्रेनों के स्टाफ ! दरवाजों पर लटके हुए टिकट चेकर चिल्ला चिल्ला कर सवारियां बुलाते और हम अपने ही दरवाजे से लपक कर ट्रेन में चढ़ जाते !

    जवाब देंहटाएं
  4. ताला भी लगा दो, रेल का क्या भरोसा :)

    जवाब देंहटाएं
  5. फ़ाटक तो जानवरो के कारण लगाया है, कोई अन्दर ना घुस जाये, रेलगाडी तो बहुत स्याणी है जी

    जवाब देंहटाएं
  6. ये हिन्दुस्तान है यहां कुछ भी हो सकता है तो क्रुप्या करके अपना ध्यान रखें।

    जवाब देंहटाएं
  7. रेल बजट से नहीं
    पर समलैंगिक को
    कानूनी मान्‍यता
    मिलने से तो
    लेना ही लेना है।

    जवाब देंहटाएं

LinkWithin

Blog Widget by LinkWithin