कार्टून्स की मै हमेशा से फैन रही हूँ। जिस तरह से कार्टून चरित्रों के पात्र एक ही ढर्रे पर चलते हैं ओर उनके जीवन की हर परेशानी चुटकी में हल हो जाती है कोई किसी बात को ज्यादा दिन तक दिल से नहीं लगाता . सब हमेशा दोस्त रहते है काश असल ज़िन्दगी में भी ऐसा हो पाता। लोटपोट मैं बचपन से पढ़ती आ रही हूँ और अब अपने बच्चों के लिए भी अब लेती हूँ।
Sach me.... :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर !!
जवाब देंहटाएंपता नहीं कब कौन सींग मार दे?
जवाब देंहटाएंसोलह आने खरी बात ….
जवाब देंहटाएंधीरे-धीरे हर चीज से डर लगने लगेगा।
जवाब देंहटाएंकार्टून्स की मै हमेशा से फैन रही हूँ। जिस तरह से कार्टून चरित्रों के पात्र एक ही ढर्रे पर चलते हैं ओर उनके जीवन की हर परेशानी चुटकी में हल हो जाती है कोई किसी बात को ज्यादा दिन तक दिल से नहीं लगाता . सब हमेशा दोस्त रहते है काश असल ज़िन्दगी में भी ऐसा हो पाता। लोटपोट मैं बचपन से पढ़ती आ रही हूँ और अब अपने बच्चों के लिए भी अब लेती हूँ।
जवाब देंहटाएंमाननीया प्रियंका जी, आपके इतने सुंदर शब्दों के लिए विनम्र आभार.
हटाएंसींग तो निकलते ही डराने के लिये हैं.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
सरकार को दूसरों की सींग से डर लगता है। सरकार सिर्फ अपनी सींग सब जगह घुसेड़ना चाहती है।
जवाब देंहटाएंक्या पते की बात कही है ...
जवाब देंहटाएंभोत डेंजर बात है।
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