फ़ोन पर तो अक्सर ऐसे ही करते हैं कॉल करके पूछते हैं सो तो रहे हो? ये रोग फिल्मों से लगा है जिसमें फ़िल्मी माँ 'हीरो के घर में उसे देखकर पूछती है 'तू आया गया बेटा?
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! -- आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि का लिंक आज सोमवार (02-09-2013) को प्रभु से गुज़ारिश : चर्चामंच 1356 में "मयंक का कोना" पर भी है! सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
:):)
जवाब देंहटाएंबहुत नाइन्साफ़ी है
जवाब देंहटाएंसोते को उठाना पाप है.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
हमारे पड़ोस में ऐसा ही वाकया हुआ, चाची जी ने जवाब दिया कल आना, अभी सो रहे हैं.
जवाब देंहटाएंनाइन्साफ़ी
जवाब देंहटाएंमैंने तो अपनी भाषा को प्यार किया है - हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः11
ताऊ, इसी पाप के कारण तो पूरा देश सो रहा है... :)
जवाब देंहटाएंतो जग जाइये न ..... :)
जवाब देंहटाएंफ़ोन पर तो अक्सर ऐसे ही करते हैं कॉल करके पूछते हैं सो तो रहे हो?
जवाब देंहटाएंये रोग फिल्मों से लगा है जिसमें फ़िल्मी माँ 'हीरो के घर में उसे देखकर पूछती है 'तू आया गया बेटा?
koi upay nahi ji.....ha ha ha
जवाब देंहटाएंमित्रों की हरकतें ऐसी ही होती हैं...
जवाब देंहटाएंफेस बुक शोभित हो रही पढ़ पढ़ कुंडली आप ,
जवाब देंहटाएंक्यों नहीं दे देते प्रभु निराशा राम को शाप .
:-)
हटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएं--
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि का लिंक आज सोमवार (02-09-2013) को प्रभु से गुज़ारिश : चर्चामंच 1356 में "मयंक का कोना" पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बढिया जग जाइये...
जवाब देंहटाएंअब तो जाग ही जाइए ... देर हो गई अब तो ...
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