इसीलिए यह बोर्ड प.बंगाल की सीमा से पहले (सीमा के बाहर) ही लगा दिया है ताकि कोई jurisdictional मसला ही न रहे. इस कार्टून में मिर्ची का तड़का भी लगाया जा सकता था पर वह मैं आमतौर से जानबूझ कर नहीं करता, क्योंकि उसे पचाना, कार्टून में उल्लिखित, उन लोगों के लिए थोड़ा कठिन हो जाता है जिनकी पाचनक्रिया योगियों की सी नहीं होती ... :-)
करार
जवाब देंहटाएंकरारा....
जवाब देंहटाएंन जाने क्या लिखा हो भाग्य में।
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक कही चित्र व्यंग्य की मार्फ़त।
जवाब देंहटाएंआज खतरा अस्पतालों से है संसद और सदनों से है भीतर से ज्यादा है अस्पताल जन्य बीमारियाँ और लापरवाहियां हर लें मासूम जानों को।
लगता तो ऐसा ही है. शायद यह भी एक रिकार्ड ही है.:(
जवाब देंहटाएंरामराम.
स्थिति दुखद है !
जवाब देंहटाएंममता जी एक बार एक कार्टूनिस्ट से नाराज़ हो गयी थीं.
इसीलिए यह बोर्ड प.बंगाल की सीमा से पहले (सीमा के बाहर) ही लगा दिया है ताकि कोई jurisdictional मसला ही न रहे. इस कार्टून में मिर्ची का तड़का भी लगाया जा सकता था पर वह मैं आमतौर से जानबूझ कर नहीं करता, क्योंकि उसे पचाना, कार्टून में उल्लिखित, उन लोगों के लिए थोड़ा कठिन हो जाता है जिनकी पाचनक्रिया योगियों की सी नहीं होती ... :-)
हटाएंस्थिति सच में भयानक है ...
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