CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
वाकई !
:)
सटीक
आश्चर्यम !
राम कृपा आ रही है . :)
:-)अरे क्या फूट-फूट ही खेलते रहेंगे? दूकान भी तो चलानी है....
खोज जारी आहे।
...यह रिकॉर्ड टूटेगा भी...?
यह तो घोबिया पछाड़... है
बेहतरीन कल 06/06/2012 को आपकी इस पोस्ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद! '' क्या क्या छूट गया ''
वाह...सुन्दर प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
अच्छा है न,लोकशाही के लिए। जनता की सुननी चाहिए,कांग्रेस की नहीं!
टीम अन्ना ?
बहुत खूब ...इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - दुनिया मे रहना है तो ध्यान धरो प्यारे ... ब्लॉग बुलेटिन
काजल भाई आपका कार्टून लिंक तो खुल जाता है लेकिन कार्टून उस अ- वास्तविक अन्तरिक्ष में लटका रह जाता है जिसे साइबर स्पेस कहतें हैं ,चौथी क्या पांचवीं बार कोशिश करता हूँ . बेहतरीन प्रस्तुति सामयिक और तीक्ष्ण .लठ्ठ गाद दिए भाई आज तो छोरा नै
हां अब तो यही खबर खबरची ढूंढ़ते हैं।
hahaha!
बिरेकिंग नियूज हो गयी ये तो:)
जोरदार ।
:-)
बिल्ली कोंग्रेस को खाब में भी छीछ्ड़े नजर आतें हैं .
....और टीम अन्ना फिर से मज़बूत लगने लगी है :))
वाकई !
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंसटीक
जवाब देंहटाएंआश्चर्यम !
जवाब देंहटाएंराम कृपा आ रही है . :)
जवाब देंहटाएं:-)
जवाब देंहटाएंअरे क्या फूट-फूट ही खेलते रहेंगे? दूकान भी तो चलानी है....
:)
जवाब देंहटाएंखोज जारी आहे।
जवाब देंहटाएं...यह रिकॉर्ड टूटेगा भी...?
जवाब देंहटाएंयह तो घोबिया पछाड़... है
जवाब देंहटाएंयह तो घोबिया पछाड़... है
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
जवाब देंहटाएंकल 06/06/2012 को आपकी इस पोस्ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.
आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
'' क्या क्या छूट गया ''
वाह...सुन्दर प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंअच्छा है न,लोकशाही के लिए। जनता की सुननी चाहिए,कांग्रेस की नहीं!
जवाब देंहटाएंटीम अन्ना ?
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ...
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - दुनिया मे रहना है तो ध्यान धरो प्यारे ... ब्लॉग बुलेटिन
काजल भाई आपका कार्टून लिंक तो खुल जाता है लेकिन कार्टून उस अ- वास्तविक अन्तरिक्ष में लटका रह जाता है जिसे साइबर स्पेस कहतें हैं ,चौथी क्या पांचवीं बार कोशिश करता हूँ .
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति सामयिक और तीक्ष्ण .
लठ्ठ गाद दिए भाई आज तो छोरा नै
हां अब तो यही खबर खबरची ढूंढ़ते हैं।
जवाब देंहटाएंhahaha!
जवाब देंहटाएंबिरेकिंग नियूज हो गयी ये तो:)
जवाब देंहटाएंजोरदार ।
जवाब देंहटाएं:-)
जवाब देंहटाएंबिल्ली कोंग्रेस को खाब में भी छीछ्ड़े नजर आतें हैं .
जवाब देंहटाएं....और टीम अन्ना फिर से मज़बूत लगने लगी है :))
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