CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
अरे बालक खिलौना बनाने वाले को पैसे तेरे मां बाप से लेने हैं कि तुझसे :)
अरे बच्चा खिलौने तो दूर की बात है, तेरे मां बाप ने तुझसे ये भी न पूछा कि तुझे कौन सा नाम पसंद है वो भी अपनी मर्जी का रख देते हैं और तुझे जिन्दगी भर उसे ढोना होता है
बिल्कुल सटीक!इस कार्टून की चर्चा कल रविवार के चर्चा मंच पर भी लगाई गई है!
बात तो ठीक ही बोले है बच्चा
बिल्कुल सच, सपने और खिलौने, दोनों थोपना बन्द किया जाये।
सही है...वैसे खिलौना बनाने वाली कंपनियाँ बच्चों की पसंद का भरपूर ध्यान रखती हैं।
बच्चे के मन की बात प्रेषित कर गयी आपकी रचनात्मकता:)
ऐसा भी एक ब्लाग लिखा जा सकता हैइसकी कल्पना नहीं की थी मैंनेंसादर
WAAH ..SHAI HAI ...
:D:D
अगर नन्हें बच्चे बोलकर समझा पाते तो जरूर माँ-बाप उनसे ही पूछकर खिलौने खरीदते... साल-भर के बच्चे तो खिलौने न भी दो .. तो भी शरीर के अंगों से खेलते रहते हैं. उनके लिये तो सभी चीज़ें खिलौने हैं... और खाने की वस्तुयें भी.
अरे बालक खिलौना बनाने वाले को पैसे तेरे मां बाप से लेने हैं कि तुझसे :)
जवाब देंहटाएंअरे बच्चा खिलौने तो दूर की बात है, तेरे मां बाप ने तुझसे ये भी न पूछा कि तुझे कौन सा नाम पसंद है वो भी अपनी मर्जी का रख देते हैं और तुझे जिन्दगी भर उसे ढोना होता है
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सटीक!
जवाब देंहटाएंइस कार्टून की चर्चा कल रविवार के चर्चा मंच पर भी लगाई गई है!
बात तो ठीक ही बोले है बच्चा
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सच, सपने और खिलौने, दोनों थोपना बन्द किया जाये।
जवाब देंहटाएंसही है...वैसे खिलौना बनाने वाली कंपनियाँ बच्चों की पसंद का भरपूर ध्यान रखती हैं।
जवाब देंहटाएंबच्चे के मन की बात प्रेषित कर गयी आपकी रचनात्मकता:)
जवाब देंहटाएंऐसा भी एक ब्लाग लिखा जा सकता है
जवाब देंहटाएंइसकी कल्पना नहीं की थी मैंनें
सादर
WAAH ..SHAI HAI ...
जवाब देंहटाएं:D:D
जवाब देंहटाएंअगर नन्हें बच्चे बोलकर समझा पाते तो जरूर माँ-बाप उनसे ही पूछकर खिलौने खरीदते...
जवाब देंहटाएंसाल-भर के बच्चे तो खिलौने न भी दो .. तो भी शरीर के अंगों से खेलते रहते हैं.
उनके लिये तो सभी चीज़ें खिलौने हैं... और खाने की वस्तुयें भी.