CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
ये तो वाकई अच्छा आईडिया है.
ये तो कब का हो चुका :)
बहुत बढ़िया प्रस्तुति!रंगों के त्यौहार होलिकोत्सव की अग्रिम शुभकामनाएँ!
कार्टून का ब्लॉग है सो दिक्कत है। अन्यथा कई कट-पेस्टिये ब्लॉग हैं जो बिना पाकिस्तानी सोर्स के भी फल फूल रहे हैं!
Kya khoob kahee!
कठिन है, असंभव नहीं..
मुश्किल भी नहीं है ...
:)
हो चुका है:)
ये तो रास्ता निकाल के ही रहेंगें ....
सुंदर!
अब तो सरकार को ठेके पर देने की बारी है :)
हमारी ज़रूरत तो पाँच साल में एक बार ही है !
वाह,जोरदार।
सर जी होने लगा है.
क्यों , उस काम में मंदी आ गई क्या !
(१)बदमाशियां / खुराफातें अगर रोके ना रुकें तो उन्हें लीगलाईज कर दो :)(२)अगर आप धार्मिक ब्लाग चलायें तो आउटसोर्सिंग की आपकी तमन्ना भी पूरी हो जायेगी :)
......और वह पाकिस्तानी ठेकेदार पहले से ही निरंतर सेवाएँ दे रहा है :)) बहुत बढ़िया.
ये तो वाकई अच्छा आईडिया है.
जवाब देंहटाएंये तो कब का हो चुका :)
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंरंगों के त्यौहार होलिकोत्सव की अग्रिम शुभकामनाएँ!
कार्टून का ब्लॉग है सो दिक्कत है। अन्यथा कई कट-पेस्टिये ब्लॉग हैं जो बिना पाकिस्तानी सोर्स के भी फल फूल रहे हैं!
जवाब देंहटाएंKya khoob kahee!
जवाब देंहटाएंकठिन है, असंभव नहीं..
जवाब देंहटाएंमुश्किल भी नहीं है ...
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंहो चुका है:)
जवाब देंहटाएंये तो रास्ता निकाल के ही रहेंगें ....
जवाब देंहटाएंसुंदर!
जवाब देंहटाएंअब तो सरकार को ठेके पर देने की बारी है :)
जवाब देंहटाएंहमारी ज़रूरत तो पाँच साल में एक बार ही है !
जवाब देंहटाएंवाह,
जवाब देंहटाएंजोरदार।
सर जी होने लगा है.
जवाब देंहटाएंक्यों , उस काम में मंदी आ गई क्या !
जवाब देंहटाएं(१)
जवाब देंहटाएंबदमाशियां / खुराफातें अगर रोके ना रुकें तो उन्हें लीगलाईज कर दो :)
(२)
अगर आप धार्मिक ब्लाग चलायें तो आउटसोर्सिंग की आपकी तमन्ना भी पूरी हो जायेगी :)
......और वह पाकिस्तानी ठेकेदार पहले से ही निरंतर सेवाएँ दे रहा है :)) बहुत बढ़िया.
जवाब देंहटाएं