बुधवार, 21 दिसंबर 2011

कार्टून:- मुझे कोई नहीं हड़का सकता...


17 टिप्‍पणियां:

  1. ये तो गलत बात है जी, बांह छोड़ो। न छोड़ो तो कम से कम मरोड़ो मत!

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  2. हडके हुए को हड़काने की जरुरत ही क्या है.

    मेरे ब्लॉग पर आईयेगा,काजल भाई.

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  3. अर्जी अन्ना साहब की और मरज़ी सिंह साहब की:)

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  4. इन्हें कौन हडका सकता है भला.
    एक के सिवा..

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  5. दिल बहलाने के लिए --ख्याल अच्छा है । :)

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  6. एक शेर की लाइने हैं- हम जिंदा कहां हैं जो मर जायेंगे। :)

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  7. चित्र की पीछे के लैम्प पोस्ट को रालेगण सिद्धी का वह खम्बा मान रहा हूं जहां अन्ना बंधे हुओं की धुलाई का शौक पूरा करते हैं :)

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  8. बेशर्मों को हड्काने से भी क्या फर्क पड़ता है ?

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  9. सही है :-)समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है http://mhare-anubhav.blogspot.com/

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