शनिवार, 28 अगस्त 2010

कार्टून:- मत जइयो मेरी जान तू जहाज से मत जइयो...

संदर्भ के लिए यहां क्लिक करें

16 टिप्‍पणियां:

  1. वाह जय जय हो काजल भाई
    हम तो सीढी ले आए ।:):)

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  2. Ha,ha,ha! Waise aapke cartoon pe hans rahi hun.jinki taangen tootee unpe nahi:)

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  3. बहुत सुंदर जी ललित भाई की सीढी मांग लेगे थोडी देर के लिये...:)

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  4. बहुत अच्छा है शायद कुछ समय में कुर्सी सीढ़ी सब साथ लेकर ही यात्रा करनी पड़ेगी अगर आपको घर वालों से प्यार है ज्यादा तो ज्यादा का इन्सुरेंस करवा कर आइये जनाब.

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  5. वर्ना अंतिम वक्त के लिए गंगाजल की शीशी ज़रूर रखें ,अग्नि संस्कार वे कर ही देंगे !

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  6. स्वर्ग की सीढ़ी नहीं चाहिये तो जहाज ती सीढ़ी।

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  7. अब तो फोल्डेबल सीढियों की दुकान खोल लेनी चाहिए ।

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  8. उस एयरवेज की करतूतों से लाभ भी हुआ है - आपको कार्टून के लिए मसाला मिल गया |

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  9. अगले बार जरुर साथ रखूंगी क्या पता कब जरुरत महसूस हो !

    बहुत बढ़िया

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  10. बहुत अच्छे........
    और हाँ आपके बारे में पढ़ा अच्छा लगा....
    सचमुच कार्टून्स मजाक में लेने की चीज़ नहीं होते
    हकीकत को बयां कराती दो लाइने कहीं भी छपी हों मुझे बेहद प्रभावित करती है........

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  11. सीढ़ी के साथ हम तो स्टूल भी ले कर जायेंगे जी, इनका क्या भरोसा है?

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