रविवार, 15 अगस्त 2010

कार्टून:-ये रेडियो यूं बजाया जाता है मुन्ना...


20 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सटीक!!


    स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप एवं आपके परिवार का हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएँ.

    सादर

    समीर लाल

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  2. बहुत मजेदार प्रस्तुति...बधाई काजल जी..स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई

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  3. क्या बात कही दोस्त ...
    शुभकामनायें काजल भाई ..!

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  4. अब मैं समझा कि हमारे मुल्क में कैज़ुअल्टी इतनी ज्यादा क्यों होती है :)

    स्वतंत्रता के पावन पर्व की रेगुलर शुभकामनायें :)

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  5. काजल भाई, हमें समझ नहीं आया, शायद संदर्भ नहीं पता है इसलिये!

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  6. @ Smart Indian - स्मार्ट इंडियन

    सरकारी रेडियो "आकाशवाणी" के सभी स्टेशन कैज़ुअल आर्टिस्टों के दम पर चलते हैं लेकिन यहां के नौकरीशुदा लोग कैज़ुअल आर्टिस्टों को यूं देखते हैं मानो बांग्लादेशी उनके आसाम में घुस आए हों.

    ये रेग्यूलर प्राणी कुछ भी नया नहीं सीखते क्योंकि उन्हें पता होता है कि वे जीनियस हैं, केवल प्राइम प्रोग्राम ही करते हैं भले ही इनकी परफ़ार्मेंस कितनी ही फुसफुसी क्यों न हो, कैज़ुअलों से डरते हैं क्योंकि उन्हें पता होता है वे वहां कैसे पहुंचे हैं, जहां ज्वायन करते हैं वहीं रिटायर हो जाते हैं इसलिए हीनभावना से भी ग्रसित होते हैं कि कैज़ुअल तो कल कहीं भी निकल जाएगा.. रेडियो सीढ़ी है, इन रेग्यूलरों को पक्का पता होता है कि उनकी पहचान कितनी है फिर भी मुग़ालते में रहते हैं कि वे ही मुग़लेआज़म के दिलीप कुमार हैं...एक ठस्से की पक्की हिन्दी न्यूज़ रीडर पीट सैम्प्रास को पेटे सम्प्रास (Pete Sampras) पढ़ रही थी. जब कच्चे न्यूज़रीडर ने टोका तो खुजाने लगी... और भी न जाने क्या... कहां तक लिखा जाए :-)

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  7. बढ़ीया

    जय हिंद
    http://rimjhim2010.blogspot.com/2010/08/blog-post_15.html

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  8. ताऊ लोग कुछ भी कह सकते हैं, पेटे संप्रास कहे या पीटो संप्रास को कहे... बुढ्ढे ताऊ और ताईयों को छूट है जी,:)


    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ.

    रामराम.

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  9. बतौर कैजुअल आकाशवाणी में मेरा वर्षों का अनुभव है। समझता हूँ।

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  10. बहुत अच्छा..

    स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

    हैपी ब्लॉगिंग

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  11. बन्दी है आजादी अपनी, छल के कारागारों में।
    मैला-पंक समाया है, निर्मल नदियों की धारों में।।
    --
    मेरी ओर से स्वतन्त्रता-दिवस की
    हार्दिक शुभकामनाएँ स्वीकार करें!
    --
    वन्दे मातरम्!

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