CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
सही है..
बहुत खूब. देश की कहने भर की सड़के गर्मी में पिघल जाती है, सर्दी में जम जाती है और बारिश में नदी बन जाती है ताकि लोगो को एक ही जगह हर तरह का अनुभव हो सके :-)
ये बरखा भी आये तो मुसीबत और न आये तो मुसीबत।
पोर्टेबल नावें अच्छा व्यवसाय है।
बहुत खूब! :-)
नाव ऐसी हो जो ओढी भी जा सके....
यहां छाता-सह-नाव या फिर नाव-सह-छाता जैसे उद्योग की संभावनाओं पर विचार किया जा सकता है :)
बरखा से कहीं अधिक तो मयून्सीपैल्टी के खेल निराले हैं :)
हाल ही की एक घंटे की दिल्ली की बारिश के बाद हुए हाल के बाद अब ऐसे मशवरे मान लेने चाहिए.
अजी दिल्ली मै रहते हो क्या??
"अ..हा...हा...हा.."
बिलकुल सही। आभार।
:)
बाल सारे उड़ गये लेकिन अक्ल नहीं आई..छाता ले कर भला कोई निकलता है मानसून में.. :)
सही है..
जवाब देंहटाएंबहुत खूब. देश की कहने भर की सड़के गर्मी में पिघल जाती है, सर्दी में जम जाती है और बारिश में नदी बन जाती है ताकि लोगो को एक ही जगह हर तरह का अनुभव हो सके :-)
जवाब देंहटाएंये बरखा भी आये तो मुसीबत और न आये तो मुसीबत।
जवाब देंहटाएंपोर्टेबल नावें अच्छा व्यवसाय है।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब! :-)
जवाब देंहटाएंनाव ऐसी हो जो ओढी भी जा सके....
जवाब देंहटाएंयहां छाता-सह-नाव या फिर नाव-सह-छाता जैसे उद्योग की संभावनाओं पर विचार किया जा सकता है :)
जवाब देंहटाएंबरखा से कहीं अधिक तो मयून्सीपैल्टी के खेल निराले हैं :)
जवाब देंहटाएंहाल ही की एक घंटे की दिल्ली की बारिश के बाद हुए हाल के बाद अब ऐसे मशवरे मान लेने चाहिए.
जवाब देंहटाएंअजी दिल्ली मै रहते हो क्या??
जवाब देंहटाएं"अ..हा...हा...हा.."
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही। आभार।
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जवाब देंहटाएंबाल सारे उड़ गये लेकिन अक्ल नहीं आई..छाता ले कर भला कोई निकलता है मानसून में.. :)
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