शुक्रवार, 15 जनवरी 2010

कार्टून :- रहिमन पानी राखिये..



14 टिप्‍पणियां:

  1. सटीक। एक गज़ल लिख रहा हूँ - उसकी पंक्तियाँ याद आ गयीं -

    न तो पीने को पानी न आँखों में है
    इसलिए आँसुओं से नहाते रहे

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com

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  2. बहुत बढियां,सन्देश महत्त्वपूर्ण है.

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  3. वाह वाह कार्टून बडिया और श्यामल जी का शेर भी।

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  4. सही है इतनी ठंड मे तो अमल करवाना ही चाहिये.:)

    रामराम.

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  5. पढते हैं पर अमल में नही लाते
    बचा लो जी पानी
    हा-हा-हा

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  6. पानी बचाने दो, ठंड है. गर्मी में संदेश लपेट कर उपर रख देखें. :)

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  7. बहुत सायनी बात कह रहा है, भईया बाल्टि के दो चक्कर लगा लो

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  8. सर्दी के दिनों तो इन पंक्तियों को हर बाथरूम में लिखा होना चाहिए !!! हा..हां.. दूसरी बात आपकी प्रोफाइल देखि जिसमे लिखा है ये... एक अनुरोध... कार्टून आख़िर कार्टून है आप भी किसी कार्टून को संपादकों की ही तरह गंभीरता से न लें
    ये कैसे हो सकता है कार्टून का तो मतलब ही है हंसी के साथ गंभीर बात कह देन१!!! ये अलग बात है की बुरी नहीं लगती!!!

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  9. ......!!!!nice!!!!.........

    आज कल की सर्दी में बच्चे क्या बड़े भी ऐसा कहने लगे तो अचरज नहीं...!:)

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