काजल भाई हमारा दुर्भाग्य है की हमारा लोकतंत्र गुंडों और मवालियों को 'पर्याप्त से ज्यादा स्पेस' देता है ! वैसे कभी सोचा आपने की 'बाम्बे से बालीवुड' तो 'मुंबई से मवालीवुड' क्यों नहीं कहा जाना चाहिए ?
हाँ वो बोम्बे बोला, बोम्बे. मैं बोम्बे को बोम्बे नहीं बोलता, सच्ची......उस बोम्बे बोलने वाले को आप सबक सीखाओ....बोम्बे को बोम्बे बोलना भूल जाएगा.... :) :) :)
पैलवान अंकल की छवि देख लेगा तो बाम्बे वाला लप्प से माफी मांगेगा!
जवाब देंहटाएंकाजल भाई हमारा दुर्भाग्य है की हमारा लोकतंत्र गुंडों और मवालियों को 'पर्याप्त से ज्यादा स्पेस' देता है !
जवाब देंहटाएंवैसे कभी सोचा आपने की 'बाम्बे से बालीवुड' तो 'मुंबई से मवालीवुड' क्यों नहीं कहा जाना चाहिए ?
पहलवान तो सालिड है।
जवाब देंहटाएंकरारी चोट। लगता है महाराष्ट्र में दो दो सेंसर बोर्ड चलते है।
जवाब देंहटाएंकरारी चोट है कहीं आपको भी करण जौहर की तरह इस कार्टून के लिये माफी न मांगनी पडे
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंहमारा लोकतंत्र केसा लोक तंत्र जहां इन गुंडों और मवालियों से भी माफ़ी मांगनी पडे, लानत है ऎसी सरकार पर जो वोटो के लिये जनता को दांव पर लगाती है.
जवाब देंहटाएंसमझने में काफी दिमाग खुजाना पडा।
जवाब देंहटाएंThink Scientific Act Scientific
हाँ वो बोम्बे बोला, बोम्बे. मैं बोम्बे को बोम्बे नहीं बोलता, सच्ची......उस बोम्बे बोलने वाले को आप सबक सीखाओ....बोम्बे को बोम्बे बोलना भूल जाएगा.... :) :) :)
जवाब देंहटाएंहा हा हा ..मजेदार..
जवाब देंहटाएंसही है अब तो यही हालात हो गये है कहीं की बाम्बे किसी के मुँह से निकले ही ना..
बढ़िया कार्टून...बधाई!!!
कैसा लोकतंत्र...कहाँ का लोकतंत्र ?
जवाब देंहटाएंओनली "राजतंत्र" !!
हा हा ! ब्लॉग बंद करवाना है क्या :)
जवाब देंहटाएंAb chup jaiye kuch dino ke liye.Raj ji ke 'gunde', kshama kijiye 'workers' aapko dhund hi rahe honge.
जवाब देंहटाएंवाह!! काजल जी आप भी इस डिस्क्लेमर डाल दीजिये कि आप मुम्बई के स्थान पर बॉम्बे अपनी क्रिएटिव मजबूरी के चलते कर रहें हैं वरना कहीं आपको भी बुलावा न आ जाए
जवाब देंहटाएंRaj Takre jaise gunde ka koi bharosa nahi aap disclaimer laga lijiye.
जवाब देंहटाएंha ha ha! mazedaaar !
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