(1) किरोडी तो किरोडी, किरोडी की बीवी सुभान अल्लाह. अब इसकी बीवी ने बड़ी मुश्किल से स्तीफा दिया तो गहलोत का पीछा छूटा, इस लोकतंत्र में कैसे कैसे दिन देखने पड़ रहे हैं. ऐसे लोकतंत्र की जय हो. (2) शोभा जी, ब्लॉग पर (पहली बार) आने के लिए आपका स्वागत व आभार. (3) प्रतिक्रियास्वरुप ब्लॉग का उत्साहवर्धन करने के लिए आप सभी को साधुवाद.
बेचारा फंस गया झमेले में!
जवाब देंहटाएंमजेदार ....
जवाब देंहटाएंकितना आज्ञाकारी है.
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंभलाई का जमाना ही नहीं है.
जवाब देंहटाएंहा! ह! हा !समझ समझ का फरक है!क्या किया जाये!
जवाब देंहटाएंराजस्थान में एक विधायक हैं किरोडीलाल मीणा उन्होंने खुद स्वीकार किया कि एक महिला उन्हें 170 वोट देकर आईं
जवाब देंहटाएंभाई ये ताऊ लोग जो ना करवादे वो थोडा है. किरोडिमल जी जिंदाबाद.
जवाब देंहटाएंरामराम.
(1) किरोडी तो किरोडी, किरोडी की बीवी सुभान अल्लाह.
जवाब देंहटाएंअब इसकी बीवी ने बड़ी मुश्किल से स्तीफा दिया तो गहलोत का पीछा छूटा,
इस लोकतंत्र में कैसे कैसे दिन देखने पड़ रहे हैं.
ऐसे लोकतंत्र की जय हो.
(2) शोभा जी, ब्लॉग पर (पहली बार) आने के लिए आपका स्वागत व आभार.
(3) प्रतिक्रियास्वरुप ब्लॉग का उत्साहवर्धन करने के लिए आप सभी को साधुवाद.
majaa aa gaya,pichhle chaar kaatooon dekhe.
जवाब देंहटाएंभलाई का जमाना ही नहीं है ! ठाली पीली ही फंस गया बेचारा !
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